Indegene IPO Opens Today: लाइफसाइंसेज इंडस्ट्री को डिजिटल सर्विसेज उपलब्ध कराने वाली Indegene का IPO 6 मई को खुल गया। 3 मई को Indegene ने एंकर निवेशकों से 549 करोड़ रुपये जुटाए थे। एंकर बुक में भाग लेने वाले प्रमुख इनवेस्टर स्मॉलकैप वर्ल्ड फंड इंक, अबू धाबी इनवेस्टमेंट अथॉरिटी, अमेरिकन फंड्स इंश्योरेंस, कस्टडी बैंक ऑफ जापान, डेस्टिनेशंस इंटरनेशनल इक्विटी फंड, ईस्ट ब्रिज कैपिटल मास्टर फंड और कॉप्थल मॉरीशस इनवेस्टमेंट हैं। इसके अलावा, एसबीआई म्यूचुअल फंड, ICICI प्रूडेंशियल एमएफ, निप्पॉन लाइफ इंडिया, व्हाइटओक कैपिटल, डीएसबी म्यूचुअल फंड, बंधन म्यूचुअल फंड, कोटक म्यूचुअल फंड और बड़ौदा बीएनपी पारिबा म्यूचुअल फंड सहित एसेट मैनेजमेंट कंपनियां भी एंकर बुक में निवेशक रहीं।
अगर आप भी Indegene IPO में पैसा लगाने की सोच रहे हैं तो पहले इससे जुड़ी हर डिटेल पर एक नजर डाल लें…
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IPO और लिस्टिंग डेट्स
Indegene IPO में 6 मई से लेकर 8 मई तक पैसे लगाए जा सकेंगे। आईपीओ क्लोज होने के बाद शेयरों की लिस्टिंग BSE और NSE पर 13 मई को हो सकती है।
प्राइस बैंड और लॉट साइज
Indegene IPO के लिए प्राइस बैंड 430-452 रुपये प्रति शेयर और लॉट साइज 33 शेयर तय किया गया है।
कितना पैसा जुटाने का इरादा
कंपनी इस आईपीओ से 1,842 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है। आईपीओ में नए शेयर जारी करके हासिल होने वाली आय में से 391.3 करोड़ रुपये का इस्तेमाल सब्सिडियरी ILSL Holdings Inc का कर्ज चुकाने के लिए करेगी। 102.9 करोड़ रुपये को मैटेरियल सब्सिडियरी Indegene Inc के पूंजीगत खर्चों के लिए रखा जाएगा। बाकी के पैसे का इस्तेमाल सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों और इनऑर्गेनिक ग्रोथ के लिए किया जाएगा।
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ग्रे मार्केट प्रीमियम
investorgain.com के मुताबिक, Indegene के शेयर ग्रे मार्केट में 262 रुपये या अपर प्राइस बैंड 452 रुपये से 57.96 प्रतिशत के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं। ग्रे मार्केट एक अनऑथराइज्ड मार्केट है, जहां किसी कंपनी के शेयर, लिस्ट होने से पहले ट्रेड करते हैं। Indegene IPO के लिए कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी लिमिटेड, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, जेपी मॉर्गन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और नोमुरा फाइनेंशियल एडवायजरी एंड सिक्योरिटीज (इंडिया) प्राइवेट लिमिटड बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं। इश्यू के लिए लिंक इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, रजिस्ट्रार है।
Indegene में कौन है सबसे बड़ा शेयरहोल्डर
प्राइवेट इक्विटी फर्म इंफोसिस के को-फाउंडर नादाथुर एस राघवन के मालिकाना हक वाली Nadathur Fareast Pte Ltd फुली डायल्यूटेड बेसिस पर 23.64 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ Indegene में सबसे बड़ी शेयरधारक है। इसके बाद वैश्विक प्राइवेट इक्विटी फर्म कार्लाइल के निवेश वाली सीए डॉन इनवेस्टमेंट्स है, जिसके पास 20.42 प्रतिशत शेयर हैं।
IPO में कितने नए शेयर
Indegene के पब्लिक इश्यू में 760 करोड़ रुपये के 1.68 करोड़ नए शेयर जारी होंगे। साथ ही 1,081.76 करोड़ रुपये के 2.39 करोड़ शेयरों का ऑफर फॉर सेल (OFS) रहेगा। OFS में Group Life Spring, BPC Genesis Fund I SPV, BPC Genesis Fund I-A SPV और CA Dawn Investments (कार्लाइल की एक एंटिटी) के पार्टनर्स के रूप में मनीष गुप्ता, डॉ. राजेश भास्करन नायर, अनीता नायर, विदा ट्रस्टीज (Fig Tree Trust के ट्रस्टी), अपनी क्षमता के मुताबिक शेयरों को बिक्री के लिए रखेंगे।
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IPO में कितना हिस्सा रिजर्व
IPO में 50 प्रतिशत हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए, 35 प्रतिशत हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए और 15 प्रतिशत हिस्सा नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व है।
क्या करती है कंपनी
Indegene दवा विकास और क्लीनिकल ट्रायल्स, रेगुलेटरी सबमिशंस, फार्माकोविजिलेंस व कंप्लेंट मैनेजमेंट, और प्रोडक्ट्स की बिक्री और माकेटिंग के साथ बायोफार्मास्यूटिकल, उभरती बायोटेक और मेडिकल डिवाइसेज कंपनियों को सपोर्ट करती है। कंपनी की शुरुआत 1998 में हुई थी।
Indegene की वित्तीय स्थिति
वित्त वर्ष 2023 में कंपनी का ऑपरेशंस से रेवेन्यू सालाना आधार पर 38 प्रतिशत बढ़कर 2,306 करोड़ रुपये रहा था। वित्त वर्ष 2022 में रेवेन्यू 1,665 करोड़ रुपये था। इंडीजेन का शुद्ध मुनाफा वित्त वर्ष 2023 में सालाना आधार पर 64 प्रतिशत बढ़कर 266 करोड़ रुपये रहा। वित्त वर्ष 2022 में यह 162 करोड़ रुपये था।
प्रमुख जोखिम
1. कंपनी का कारोबार पूरी तरह से लाइफ साइंसेज इंडस्ट्री पर केंद्रित है। बिजनेस में उत्तरी अमेरिका और यूरोप में स्थित कुछ बड़े ग्राहकों का महत्वपूर्ण योगदान है। लाइफ साइंसेज इंडस्ट्री को प्रभावित करने वाले किसी भी कारक से और ऐसे प्रमुख ग्राहकों के साथ संबंध जारी रखने से वित्तीय प्रदर्शन में बाधा आ सकती है।
2. कंपनी सब-कॉन्ट्रैक्टर्स और थर्ड पार्टी सर्विस प्रोवाइडर्स पर निर्भर करती है, जो हो सकता है कि अपने दायित्वों को संतोषजनक ढंग से नहीं निभा पाएं या कानून के मुताबिक न चल पाएं और Indegene के पास इनके खिलाफ कोई उपाय न हो।
3. कंपनी के अंतरराष्ट्रीय संचालनों की वजह से इंडीजेन को जटिल प्रबंधन, कानूनी, टैक्स संबंधी और आर्थिक जोखिमों और एक्सचेंज रेट में उतार-चढ़ाव का सामना करना होता है। ये कारोबार, वित्तीय स्थिति और संचालन के परिणामों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते हैं।
Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। Officenewz.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।