All for Joomla All for Webmasters
समाचार

मोबाइल PLI स्कीम को 2026 से आगे बढ़ाये जाने की उम्मीद, अचानक बंद किए जाने से हो सकता है विपरीत असर

Smartphone PLI Scheme: स्मार्टफोन के प्रोडक्शन के लिए सरकार की तरफ से पीएलआई स्कीम को आगे भी जारी रखने की संभावना है. आधिकारिक तौर पर यह 2026 में समाप्त हो जाएगी.

ये भी पढ़ें– Buddha Purnima 2024: बैंकों से लेकर शेयर मार्केट तक, जानें- आज क्या खुला है और क्या बंद है?

Smartphone PLI Scheme: स्मार्टफोन PLI (Production Linked Incentives), 2025-26 से आगे कुछ वर्षों तक के लिए बढ़ाया जा सकता है. यह स्कीम 2026 में आधिकारिक तौर पर समाप्त होगी.

बता दें, पांच साल की PLI स्कीम, जो 2020 में शुरू हुई और यह 2026 में समाप्त हो रही है और प्रत्येक कंपनी के पास लगातार पांच साल चुनने की छूट है. जहां Apple ने 2021-2026 की अवधि चुनी है, वहीं सैमसंग के लिए यह 2020-2025 के बीच है.

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, किसी भी इंडस्ट्री के लिए लगातार सब्सिडी का सपोर्ट करना अच्छी प्रथा नहीं है, लेकिन इसे अचानक समाप्त करने का विपरीत असर भी हो सकता है.

इसलिए, सरकार की सोच यह है कि सेक्टर में पीएलआई (PLI) की जगह एक कंपोनेंट स्कीम लाई जाए. जबकि वर्तमान स्मार्टफोन पीएलआई (PLI) तैयार प्रोडक्ट्स के लिए है. घटक-इंसेंटिव स्कीम इनपुट के लिए होगी, जो आज बड़े पैमाने पर इंपोर्ट किया जाता है, जिससे चालू खाता घाटा (CAD) बढ़ जाता है.

ये भी पढ़ें– वॉशिंग मशीन और एसी जैसे प्रोडक्ट्स पर कम होगा टैक्स! वित्त मंत्रालय को भेजी गई लिस्ट

अधिकारियों ने कहा कि मैन्युफैक्चरर्स को घटकों को बढ़ाने के लिए समय की आवश्यकता होगी और अंतरिम रूप से तैयार प्रोडक्ट्स के लिए सपोर्ट की आवश्यकता बनी रहेगी. यही कारण है कि पीएलआई (PLI) स्कीम को कुछ वर्षों तक बढ़ाया जा सकता है. एक बार जब घटकों में बढ़ोतरी हो जाएगी, तो तैयार प्रोडक्ट सब्सिडी समाप्त हो जाएगी.

स्मार्टफोन पीएलआई (PLI) में फोन का घरेलू प्रोडक्शन वित्त वर्ष 2014 में बढ़कर 4.1 ट्रिलियन रुपये हो गया है, जो स्कीम की घोषणा से एक साल पहले वित्त वर्ष 2010 में 2.14 ट्रिलियन रुपये था. वित्त वर्ष 2024 में देश से स्मार्टफोन का एक्सपोर्ट बढ़कर 1.2 ट्रिलियन रुपये हो गया, जबकि वित्त वर्ष 2020 में यह 27,225 करोड़ रुपये था.

Apple और Samsung इस स्कीम के सबसे बड़े लाभार्थी हैं. Apple कांट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर्स- फॉक्सकॉन, पेगाट्रॉन और विस्ट्रॉन के माध्यम से देश में iPhones असेंबल करता है. ग्लोबल कंपनियों के अलावा, लोकल कांट्रैक्ट निर्माता डिक्सन को भी इस स्कीम से लाभ हो रहा है.

ये भी पढ़ें– क्यों देरी से जारी हो रहे वोटिंग डेटा? सुप्रीम कोर्ट में चुनाव आयोग ने लॉजिक देकर बता दिया

कंपनी नोएडा में अपने चार प्लांटों में Xiaomi, Samsung, Motorola, Jio, itel जैसी कंपनियों के लिए स्मार्टफोन और फीचर फोन बनाती है. उम्मीद है कि डिक्सन जल्द ही देश में Google Pixel फोन का निर्माण भी शुरू कर देगा.

Source :
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

लोकप्रिय

To Top