Onion Shortage: प्याज का उत्पादन दो करोड़ 54.7 लाख टन रहने की उम्मीद है. उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय में सचिव निधि खरे ने कहा कि जमाखोरी को कम करने के लिए रेडिएशन टेक्निक का उपयोग करने की योजना बना रही है.
Onion Buffer Stock: पिछले साल प्याज की कीमत के रिकॉर्ड लेवल पर पहुंचने के बाद सरकार की तरफ से इसके निर्यात पर पाबंदी लगाई गई थी. इस साल प्याज की कीमतों को ध्यान में रखकर सरकार 1,00,000 टन का बफर स्टॉक बनाने के लिए प्याज के रेडिएशन प्रोसेसिंग में तेजी लाने का प्लान कर रही है. सरकार की तरफ से यह कदम इसलिए उठाया जा रहा है ताकि प्याज की कमी और उसके दाम में किसी भी प्रकार के उछाल को रोका जा सके. सरकारी आंकड़ों के अनुसार भारत, दुनिया का सबसे बड़ा प्याज निर्यातक देश है.
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उत्पादन में 16 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है
महाराष्ट्र, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश जैसे प्रमुख उत्पादक राज्यों में कम पैदावार के चलते उत्पादन में 16 प्रतिशत की गिरावट देखी जा सकी है. इसी कमी को पूरा करने के लिए सरकार रेडिएशन प्रोसेसिंग पर फोकस कर रही है. प्याज का उत्पादन दो करोड़ 54.7 लाख टन रहने की उम्मीद है. उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय में सचिव निधि खरे ने कहा कि जमाखोरी को कम करने और अक्सर सप्लाई में व्यवधान से उत्पन्न होने वाली कीमत में अस्थिरता को रोकने के लिए सरकार प्याज की शेल्फ लाइफ को बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर रेडिएशन टेक्निक पर का उपयोग करने की योजना बना रही है.
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बफर स्टॉक के लिए 5,00,000 टन प्याज खरीदने का प्लान
खरे ने बताया, ‘हम उपभोग क्षेत्रों के आसपास 50 विकिरण केंद्रों की पहचान कर रहे हैं. अगर हम कामयाब होते हैं तो इस साल एक लाख टन तक रेडिएशन प्रोसेस्ड प्याज का स्टॉक कर पाएंगे.’ मंत्रालय ने सरकारी एजेंसियों नैफेड और एनसीसीएफ से, जो इस साल बफर स्टॉक बनाने के लिए 5,00,000 टन प्याज खरीद रहे हैं. सोनीपत, ठाणे, नासिक और मुंबई जैसे प्रमुख खपत केंद्रों के आसपास रेडिएशन सुविधाओं के बारे में जानकारी करने के लिए कहा है. पिछले साल महाराष्ट्र के उत्पादक क्षेत्र के पास 1,200 टन के छोटे पैमाने पर रेडिएशन प्रोसेसिंग की कोशिश की गई थी.
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खरे ने कहा कि बफर स्टॉक के तेजी से परिवहन की सुविधा के लिए मंत्रालय प्रमुख रेल केंद्रों पर नियंत्रित वातावरण भंडारण सुविधाएं फिक्स करने के बारे में भी सोच रहा है. उन्होंने यह भी बताया कि बफर स्टॉक को देश के अलग-अलग हिस्सों तक पहुंचाने के लिए मंत्रालय प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर विशेष भंडारण गृह (कंट्रोल्ड एटमॉस्फियर स्टोरेज) तैयार करने पर भी विचार कर रहा है. इससे पहले भी, जमाखोरी और सूखे की वजह से प्याज की कमी होने पर सरकार ने निर्यात पर रोक लगाई थी और बड़ी मात्रा में प्याज का सरकारी स्टॉक तैयार किया था.