ऑफिस नहीं जाने देने के बाद आतिशी ने कहा कि हमारे दफ्तर को पुलिस ने सील कर दिया है.
नई दिल्ली: अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को ED ने अरेस्ट कर लिया है. अरविंद केजरीवाल को 28 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. इसे लेकर सियासी बवाल मचा है. आज विपक्ष के गठबंधन इंडिया ने दिल्ली के शहीदी पार्क में प्रदर्शन किया. इस बीच आम आदमी पार्टी के नेताओं का आरोप है कि दिल्ली पुलिस (Delhi Police) आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के दफ्तर में किसी को भी जाने नहीं दे रही है. दिल्ली के दफ्तर को सील कर दिया गया है. आप नेता आतिशी मार्लेना ने कहा कि उन्हें ऑफिस नहीं जाने दिया गया. चुनाव के समय पार्टी के ऑफिस ही नहीं जाने दिया जा रहा है. आतिशी ने कहा कि हम चुनाव आयोग (Chunav Aayog) से इसकी शिकायत करेंगे.
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आतिशी ने कहा- दफ्तर न जाने देना समान अवसरों के खिलाफ: आतिशी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में पार्टी कार्यालय को ‘‘सील’’ करने पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह संविधान द्वारा दिए गए ‘‘समान अवसरों’’ के खिलाफ है. दिल्ली की मंत्री ने कहा, ‘‘लोकसभा चुनाव के दौरान एक राष्ट्रीय पार्टी के कार्यालय को कैसे बंद किया जा सकता है? यह भारतीय संविधान में दिए ‘समान अवसर’ के खिलाफ है. हम इसके खिलाफ शिकायत करने के लिए निर्वाचन आयोग से वक्त मांग रहे हैं.’’ ‘आप’ के एक अन्य वरिष्ठ नेता और दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने पार्टी कार्यालय के सभी प्रवेश द्वार बंद कर दिए हैं. उन्होंने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘हम निर्वाचन आयोग जाएंगे, केंद्र सरकार ने आईटीओ पर ‘आप’ के मुख्य कार्यालय के सभी प्रवेश द्वार बंद कर दिए हैं, वह भी आदर्श आचार संहिता लागू होते हुए.’’ मध्य दिल्ली में आईटीओ के समीप डीडीयू मार्ग पर ‘आप’ कार्यालय को भी शुक्रवार को पार्टी नेताओं तथा स्वयंसेवकों के भाजपा मुख्यालय पर प्रदर्शन के दौरान बंद कर दिया गया था. पंडित दीन दयाल मार्ग (डीडीयू) पर ही भाजपा और आप के मुख्यालय स्थित हैं.
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दिल्ली पुलिस ने क्या कहा: वहीं, इस आरोप को लेकर दिल्ली पुलिस ने बयान दिया है. दिल्ली पुलिस ने कहा कि करीब 500 लोग DDU मार्ग (इसी जगह आम आदमी पार्टी का ऑफिस है) पर आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे थे. ये एक संवेदनशील एरिया है, जहां धारा 144 लगी हुई है. किसी को हमने रोका नहीं. मार्च करने की किसी के पास परमीशन नहीं थी. मार्च करने को रोका गया. किसी के दफ्तर को सील नहीं किया गया है. 25 लोगों को हिरासत में लिया गया था, जिन्हें कुछ समय में ही छोड़ दिया गया.