पुरी जगन्नाथ धाम में हर दिन हजारों की संख्या में भक्त राज्य एवं राज्य के बाहर से महाप्रभु दर्शन करने के लिए आ रहे हैं। पुरी मंदिर प्रशासन और जिला प्रशासन कि ओर से दर्शन करने को लेकर समुचित व्यवस्था ना किए जाने पर भक्तों को घंटों तक कतार में खड़ा रहना पड़ रहा है। वहीं इस बीच कुछ भक्तों ने आरोप भी लगाए हैं।
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संवाद सहयोगी, पुरी। Puri Jagnnath Temple: पुरी जगन्नाथ धाम में हर दिन हजारों की संख्या में भक्त राज्य एवं राज्य के बाहर से महाप्रभु का दर्शन करने आ रहे हैं। हालांकि पुरी मंदिर प्रशासन, जिला प्रशासन की तरफ से भक्तों के दर्शन करने की समुचित व्यवस्था ना किए जाने से भक्तों को घंटों तक कतार में खड़ा रहना पड़ रहा है।
वहीं इस बीच कुछ भक्तों ने आरोप लगाया है कि कुछ सेवक हैं जो पैसे लेकर पश्चिम द्वार से मंदिर में प्रवेश कराकर दर्शन करा रहे हैं। पश्चिम द्वार से बाहर के भक्तों को मंदिर में प्रवेश कराने का स्थानीय लोगों ने विरोध किया है।
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स्थानीय लोगों ने ये कहा
स्थानीय लोगों का कहना है कि पश्चिम द्वार से मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति केवल पुरी जिले के लोगों के लिए है, बावजूद इसके कुछ सेवक बाहर के भक्तों को मंदिर में प्रवेश करा रहे हैं, जिससे पश्चिम द्वार में भीड़ हो रही है और स्थानीय लोगों को परेशाना का सामना करना पड़ रहा है।
भक्तों को नहीं करना पडे़गा इंतजार
इस संदर्भ में जगन्नाथ मंदिर के सेवक बैजनाथ महासुआर ने कहा कि मंदिर के बाहर भीड़ लगने का कारण श्रीमंदिर नीति का समय से ना होना है। श्रीमंदिर नीति यदि ठीक समय से संपन्न हो तो भक्तों को बाहर इतने समय तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
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वहीं कतार में खड़े भक्तों का कहना है कि हम राज्य के बाहर से महाप्रभु का दर्शन करने आए हैं। घंटों से कतार में खड़े हैं, मगर मंदिर प्रसासन की तरफ से दर्शन की क्या व्यवस्था की गई है, कुछ भी पता नहीं चल रहा है।
भक्तों ये बोले
भक्तों ने कहा कि व्यवस्था की कमी के कारण इस तरह की परेशानी हो रही है। जानकारी के मुताबिक पश्चिम बंगाल के कुछ लोगों को पश्चिमी द्वार से प्रवेश की अनुमति दी गई जिसके जरिए स्थानीय निवासी मंदिर में प्रवेश कर रहे थे।
कुछ ही समय में, गेट स्थानीय और पश्चिम बंगाल के भक्तों से खचाखच भर गया, जिससे वहां अराजक स्थिति पैदा हो गई। स्थानीय निवासियों के अनुसार, कई मौकों पर नियम की धज्जियां उड़ाकर पश्चिमी द्वार से बाहरी लोगों को मंदिर में प्रवेश की अनुमति दी जा रही है।
एक स्थानीय निवासी ने लगाया आरोप
एक स्थानीय निवासी ने आरोप लगाया कि सुरक्षाकर्मी पश्चिमी द्वार से बाहर से आने वाले पर्यटकों को मंदिर में प्रवेश की अनुमति दे रहे थे जबकि स्थानीय निवासियों को प्रवेश नहीं दिया। वहीं बालेश्वर के एक श्रद्धालु जन्मेजय राउत ने आरोप लगाया है कि गेट पर तैनात सेवादार और पुलिसकर्मी सब मिले हुए हैं।
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उन्होंने कहा, कि हम सात सदस्य हैं और हमने 700 रुपये देकर मंदिर में प्रवेश किया।सबसे पहले, एक सेवादार ने हमसे संपर्क किया और प्रति व्यक्ति 200 रुपये की मांग की।तभी एक अन्य सेवादार आया और प्रति व्यक्ति 100 रुपये मांगा।कोई अन्य विकल्प नहीं होने के कारण, हमने 700 रुपये खर्च किए और मंदिर में चले गए।