देश के 9 बड़े शहरों में बिना मकानों की संख्या में गिरावट आई है. बाजार जानकारों का कहना है कि जितने नए मकान मार्केट में आ रहे उससे ज्यादा खरीदे जा रहे हैं.
नई दिल्ली. नई आपूर्ति की तुलना में बिक्री अधिक होने के कारण पिछले तीन महीनों में देश के नौ प्रमुख शहरों में बिना बिके मकानों की संख्या सात प्रतिशत घटकर लगभग 4.81 लाख इकाई रह गई. रियल एस्टेट क्षेत्र के आंकड़ों का विश्लेषण करने वाली फर्म प्रॉपइक्विटी के मुताबिक इस साल मार्च के अंत में नौ प्रमुख शहरों में बिना बिके मकानों की संख्या 4,81,566 थी। यह आंकड़ा दिसंबर 2023 के अंत में 5,18,868 इकाई था.
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ये नौ शहर मुंबई, नवी मुंबई, ठाणे, दिल्ली-एनसीआर (दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद), बेंगलुरु, हैदराबाद, पुणे, चेन्नई और कोलकाता हैं. प्रॉपइक्विटी के संस्थापक और प्रबंध निदेशक (एमडी) समीर जसूजा ने कहा कि नयी आवक के मुकाबले बिक्री अधिक होने से बिना बिके मकानों की संख्या में कमी आई है. उन्होंने कहा कि जितने मकान नए आ रहे हैं उससे ज्यादा बिक्री हो रही है जो बाजार के लिए एक अच्छा संकेत हैं.
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कहां कितने मकान बिके
2024 में अब तक 9 प्रमुख शहरों में कुल 1,44,656 यूनिट्स बिकीं. जबकि नए मकान 1,05,134 लान्च हुए. इससे बिना बिक घरों की संख्या में गिरावट आई है. पुणे में बिना बिके मकानों की संख्या में सबसे ज्यादा 13 परसेंट की गिरावट आई है. दिसंबर 2023 में यह 75521 यूनिट थी जो घटकर 65788 यूनिट पर आ गई है. दिल्ली एनसीआर में बिना बिके मकानों की संख्या दिंसबर 23 में 31602 थी जो अब घटकर 27959 रह गई है. यह 12 फीसदी की गिरावट है.
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अन्य शहरों का हाल
मुंबई में 54,633 से गिरकर यह संख्या 48399 पर आ गई है. यह 11 फीसदी की गिरावट है. नवी मुंबई में भी 11 फीसदी की गिरावट के साथ बिना बिके मकानों की संख्या 37597 यूनिट्स से 33385 यूनिट्स पर आ गई है. ठाणे में बिना बिके मकानों की संख्या में 5 फीसदी की गिरावट है. बेंगलुरु में बिना बिके मकानों की संख्या में 5 फीसदी की गिरावट है. हैदराबाद में बिना मकानों की संख्या में 4 फीसदी की गिरावट है.
(भाषा के इनपुट के साथ)