Delhi-NCR AQI: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए सरकार के तरफ से कई कदम उठाए जा रहे हैं और ग्रैप के तीसरे चरण की पाबंदियां लगाई गई हैं, लेकिन फिर भी हवा की गुणवत्ता में कोई सुधार नहीं हो रहा है.
Delhi-NCR Air Pollution: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर में दिवाली से पहले ही हवा जहरीली हो गई है और प्रदूषण का स्तर आउट ऑफ कंट्रोल हो गया है. सरकार के तरफ से कई कदम उठाए जा रहे हैं और ग्रैप के तीसरे चरण की पाबंदियां लगाई गई हैं, लेकिन फिर भी हवा की गुणवत्ता में कोई सुधार नहीं हो रहा है. दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एक्यूआई (AQI) रविवार शाम को 355 दर्ज किया गया, जबकि कई इलाकों में यह 400 के पार हो गया है. अभी दिवाली से पहले ये स्थिति है और आशंका जताई जा रही है कि दीपावली के बाद स्थिति और भयावह हो सकती है.
ये भी पढ़ें– SBI को ग्लोबल फाइनेंस की तरफ से मिला बड़ा खिताब, जानिए क्यों दिया गया है ये पुरस्कार
एक दिन में 100 से ज्यादा बढ़ गया एक्यूआई
दो दिनों की राहत के बाद एक दिन में वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एक्यूआई (AQI) तेजी से बढ़ा है और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली का 24 घंटे का औसत एक्यूआई रविवार शाम चार बजे 355 दर्ज किया गया, जबकि शनिवार को यह 255 था. सीपीसीबी ने शहर के 40 निगरानी केंद्रों में से 37 के आंकड़ों को शेयर किया. इसके मुताबिक तीन केंद्रों बवाना, बुराड़ी और जहांगीरपुरी में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई. दिल्ली से सटे शहरों ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद और नोएडा में भी वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ और फरीदाबाद के अलावा गुरुग्राम में ‘खराब’ दर्ज की गई.
किस इलाके में कितना दर्ज किया गया एक्यूआई
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के दिल्ली में सबसे खराब स्थिति जहांगीरपुरी और आनंद विहार में हैं. जहांगीरपुर में एक्यूआई रविवार को 408 पहुंच गया, जबकि आनंद विहार में यह 405 दर्ज किया गया. हालांकि, अन्य इलाकों में भी स्थिति कुछ खास अच्छी नहीं है और AQI एक बार फिर से बेहद खराब की श्रेणी में पहुंच गया है. अलीपुर में एक्यूआई 400, बावना में 400, नेहरू नगर में 405, सोनिया विहार में 400, विवेक विहार में 403 और वजीरपुर में 392 दर्ज किया गया.
कब कितना खतरनाक होता है एक्यूआई
मानकों के मुताबिक, जब वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) शून्य से 50 के बीच हो तो इसे ‘अच्छा’ माना जाता है और जब यह 51 से 100 के बीच हो तो इसे ‘संतोषजनक’ श्रेणी में माना जाता है. अगर एक्यूआई 101 से ज्यादा हो जाए और 200 से कम रहे तो ‘मध्यम’ और 201 से 300 के बीच हो जाए तो इसे ‘खराब’ माना जाता है. वहीं, जब एक्यूआई 301 से 400 के बीच पहुंच जाए तो इसे ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच होने पर ‘गंभीर’ माना जाता है.
ऐसा क्या हुआ कि अचानक बढ़ गया प्रदूषण?
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, दिल्ली में हवा की गति शून्य किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई. हवा की अनुकूल गति के कारण पिछले दो दिनों में दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ से सुधरकर ‘खराब’ हो गई थी. सीपीसीबी के अनुसार, रविवार को दिल्ली में प्रमुख प्रदूषक पीएम 10 और पीएम 2.5 थे. आंकड़ों के मुताबिक रविवार शाम पांच बजे पीएम 2.5 का स्तर 110.6 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया. पीएम 2.5 सूक्ष्म कण है जो श्वसन तंत्र यानी रेस्पिरेटरी सिस्टम में गहराई तक प्रवेश कर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न कर सकता है. पीएम 10 एक ऐसा कण है जिसका व्यास 10 माइक्रोमीटर या उससे कम होता है. हवा में मौजूद ये छोटे ठोस या तरल कण सांस के साथ फेफड़ों में गहराई तक जा सकते हैं, जिससे दमा, ब्रोंकाइटिस और अन्य श्वसन संबंधी बीमारियां होने की आशंका रहती है.
ये भी पढ़ें– पीएम सूर्य घर योजना: 300 यूनिट मुफ्त बिजली और 78000 तक सब्सिडी, एक हफ्ते में मिलेगा लाभ
प्रदूषण का क्या होता है सेहत पर असर?
– सांस से जुड़ी बीमारियों का खतरा
– किडनी खराब हो सकती है
– हार्ट अटैक और हाइपरटेंशन का खतरा
– बुज़ुर्गों के दिमाग पर बुरा असर
– गर्भवती महिलाओं को सांस लेने में दिक्कत
– प्री-मेच्योर डिलीवरी का खतरा
– त्वचा में रूखापन और जलन
खतरनाक प्रदूषण से कैसे बचें?
– जितना हो सके घर के भीतर ही रहें
– जब भी बाहर जाएं तो मास्क लगाएं
– हवा साफ करने वाले पौधे लगाएं
– फेफड़े सुरक्षित रखने के लिए भाप लें
– दिनचर्या में योग को शामिल करें
– पोषक तत्वों से भरपूर खाना खाएं
– पीने के लिए गुनगुना पानी इस्तेमाल करें
– सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करें
सबसे ज्यादा गाड़ियों से हो रहा प्रदूषण
वायु गुणवत्ता प्रबंधन के लिए केंद्र की निर्णय सहायता प्रणाली के अनुसार, रविवार को दिल्ली के प्रदूषण में वाहनों से निकलने वाले धुएं का सबसे बड़ा योगदान था, जो लगभग 13 प्रतिशत था. इसने भविष्यवाणी की है कि अगले दो दिनों तक वाहनों से निकलने वाला उत्सर्जन की हिस्सेदारी दिल्ली के प्रदूषण में सबसे अधिक रहेगी.
तापमान अब भी सामान्य से 2 डिग्री ज्यादा
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, दिल्ली में अधिकतम तापमान रविवार को 34.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से दो डिग्री अधिक है. मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार को शहर में आसमान साफ रह सकता है. राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद है.
(इनपुट- न्यूज़ एजेंसी भाषा)