बिहार में खतरनाक वायरस की एंट्री हो गई है। मामला सुपौल जिले का है। यहां बर्ड फ्लू का मामला मिलने के बाद हड़कंप मच गया है। जांच रिपोर्ट में सामने आया है कि मुर्गे-मुर्गियों और कौओं में संक्रमण फैला है।
जागरण टीम, भागलपुर/ सुपौल: बिहार के सुपौल जिले में बर्ड फ्लू के खतरनाक वायरस एवियन इन्फ्लुएंजा (एच5एन1) ने एंट्री ले ली है। यहां लिए गए सैंपल में मुर्गा-मुर्गियों और कौओं में वायरस पाया गया है। जिला प्रशासन ने गुरुवार को प्रभावित क्षेत्रों में स्थित पोल्ट्री फार्मो में मुर्गियों को मारने का निर्देश जारी कर दिया है। प्रभावित क्षेत्रों की फार्मो में मुर्गियों को मारने का निर्देश दिया गया। जिले के अधिकारियों ने लोगों से क्षेत्र में चिकन के सेवन से परहेज करने की भी अपील की है।
जिले के सदर थाना क्षेत्र के छपकाही गांव में कुछ दिन पहले कौआ और मुर्गियों की मौत के बाद पशुपालन विभाग ने जांच के लिए कुछ सैंपल लिए, इसमें बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। इसके बाद विभाग ने एक किलोमीटर के दायरे में मुर्गे-मुर्गियों को मारने का काम शुरू कर दिया है ताकि मामले और न बढ़ें। साथ ही 10 किलोमीटर के दायरे में जांच शुरू कर दी है।
- गांव में 31 मार्च को कौआ, बत्तख, मुर्गियां समेत चार दर्जन से अधिक पक्षी रहस्यमय परिस्थितियों में मृत पाए गए।
- वार्ड नंबर 1 से 11 तक ये मामला बढ़ा, टीम ने पहुंच जब जांच की तो पक्षियों की रहस्यमयी तरीकों से हुई मौत का कारण खतरनाक वायरस निकला।
- वायरस मिलने वाले गांव से 10 किमी के दायरे में टीम जांच करेगी।
पशुपालन विभाग के निर्देशक के आदेश पर डीएम और एसपी ने संयुक्त निर्देश जारी कर रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया है, जो संक्रमित पक्षियों के साथ-साथ उनके साथ रखे गए पक्षियों को मारेगी। ग्रामीणों की मानें तो उन्होंने उस समय पर स्थानीय पशु चिकित्सकों से संपर्क किया और कुछ पक्षियों को दवाएं और इंजेक्शन भी दी लेकिन वे बीमारी से उबर नहीं पाए। एक के बाद एक कई मौतें हुईं।