राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। Rajya Sabha Elections 2022: हरियाणा से राज्यसभा की दो सीटों के लिए आज नामांकन पत्र दाखिल करने की आखिरी तारीख है। विधानसभा के संख्या बल के अनुसार भाजपा के कृष्ण लाल पंवार और कांग्रेस के अजय माकन का जीतन तय है। लेकिन, भाजपा अंतिम क्षणों में कांग्रेस का खेल बिगाड़ सकती है और तीसरा उम्मीदवार चुनाव के गणित को बदल सकता है।
हरियाणा में राज्यसभा के लिए पूर्व मंत्री कृष्ण लाल पंवार को चुनाव मैदान में उतारकर सत्तारूढ़ भाजपा ने दलित कार्ड खेला है। प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने पंजाबी-ब्राह्मण समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले हरियाणा से बाहर के नेता अजय माकन को अपना उम्मीदवार बनाया है।
नामांकन के आखिरी दिन आज यदि कोई तीसरा उम्मीदवार सामने नहीं आया तो पंवार और माकन का राज्यसभा जाना तय है, लेकिन कांग्रेस विधायकों में तोड़फोड़ की कोशिश कर रही भाजपा अचानक एक निर्दलीय उम्मीदवार को चुनावी रण में उतार सकती है। यदि ऐसा हुआ तो कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन का खेल बिगड़ना तय है।
हरियाणा में राज्यसभा की दो सीट खाली हुई हैं, जिन पर 10 जून को चुनाव होना है। भाजपा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा और भाजपा सांसद दुष्यंत कुमार गौतम का कार्यकाल पूरा होने पर यह चुनाव हो रहा है। भाजपा की ओर से पूर्व मंत्री कृष्ण पंवार का नाम अप्रत्याशित रूप से सामने आया है।
पंवार असंध और इसराना से पांच बार विधायक रहे हैं, जिसमें चार चुनाव लोकदल और इनेलो के टिकट पर जीते। उनकी राजनीतिक पृष्ठभूमि इनेलो की है, लेकिन 2014 में भाजपा में शामिल होने के बाद वह चुनाव जीते और मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उन्हें जेल, आवास व परिवहन मंत्री बनाया। तब से पंवार मुख्यमंत्री के भरोसेमंद साथियों में गिने जाने लगे हैं। पंवार को राज्यसभा भेजने के भाजपा के फैसले पर उसकी पार्टी के ही नेता आश्चर्यचकित हैं, लेकिन भाजपा ने दलित कार्ड खेला है।
कांग्रेस ने दिल्ली के रहने वाले गांधी परिवार के नजदीकी पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन को राज्यसभा भेजने की तैयारी की है। अजय माकन को जिताने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने सोमवार को अपनी पार्टी के विधायकों की मीटिंग ली। माकन सोमवार शाम को पार्टी प्रभारी विवेक बंसल और राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा के साथ चंडीगढ़ पहुंच गये।
हरियाणा से सुरजेवाला व सैलजा की अनदेखी कर माकन को राज्यसभा भेजने के हाईकमान के फैसले को हुड्डा के लिए खुलकर खेलने की योजना से जोडकर देखा जा रहा है। माकन पंजाबी ब्राह्मण हैं। संभावना के अनुसार भाजपा ने अगर दूसरी सीट के लिए भी किसी निर्दलीय प्रत्याशी को समर्थन देकर मैदान में उतार दिया तो कांग्रेस के अजय माकन का ‘खेल’ बिगड़ सकता है। कांग्रेस विधायक कुलदीप बिश्नोई समेत एनसीआर और जीटी रोड बेल्ट के दो विधायकों पर भाजपा की निगाह है, जो कांग्रेस का खेल बिगाड़ सकते हैं।
वोटिंग के लिए विधायकों की यह है स्थिति
हरियाणा में भाजपा के 40, कांग्रेस के 31, जेजेपी के 10 और निर्दलीय सात विधायक हैं। एक विधायक इनेलो व एक हलोपा का है। नियमों के मुताबिक राज्यसभा की पहली सीट जीतने के लिए 31 विधायकों की वोट चाहिए, जबकि दूसरी के लिए 30 वोट की जरूरत होती है।
भाजपा के पास 40 विधायक हैं और जजपा के दस विधायकों समेत 6 निर्दलीय विधायकों का साथ भाजपा के पास है। ऐसे में कृष्ण लाल पंवार का राज्यसभा में जाना तय है। संभावना के अनुरूप यदि कुलदीप बिश्नोई मंगलवार को गायब रहते हैं तो भाजपा कोई खेल कर सकती है। भाजपा को हलोपा विधायक गोपाल कांडा और इनेलो विधायक अभय चौटाला का साथ मिल सकता है, जबकि महम के निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू का साथ मिलने के लिए भाजपा व कांग्रेस दोनों आशान्वित हैं।