धारा ब्रांड (Dhara Edible Oils) नाम से बिकने वाले मदर डेयरी (Mother Dairy) के खाद्य तेलों की कीमतों में कमी का ऐलान कंपनी ने किया है. कंपनी ने सरसों, सूरजमुखी और सोयाबीन के तेल के दाम घटाए हैं. घटी हुई एमआरपी वाले तेल अगले सप्ताह मार्केट में आ जाएंगे.
नई दिल्ली. वैश्विक बाजारों में खाने में इस्तेमाल होने वाले तेलों की कीमतों के नीचे आने का असर अब भारत में भी होने लगा है. कई ब्रांड्स खाने के तेलों जैसे कि सूरजमुखी, सोयाबीन, सरसों का तेल और पॉम ऑयल के एमआरपी (MRP) पर 20 रुपये तक की कटौती कर रहे हैं. मदर डेयरी, जेमिनी इडिबल एंड फैट्स और अदानी विल्मर भी तेल के दाम घटा रहे हैं.
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धारा ब्रांड (Dhara Edible Oils) नाम से खाद्य तेल बेचने वाली कंपनी मदर डेयरी (Mother Dairy) ने अपने खाद्य तेलों की कीमतों मे 15 रुपये तक की कटौती करने का ऐलान किया है. नए एमआरपी वाले खाद्य तेल अगले सप्ताह से मार्केट में उपलब्ध हो जाएंगे. दिल्ली एनसीआर में मदर डेयरी प्रमुख दूध सप्लायर है. कंपनी के धारा ब्रांड से सरसों, सूरजमुखी और सोयाबीन का तेल बेचती है.
मदर डेयरी का कहना है कि धारा खाद्य तेलों की एमआरपी में 15 रुपये तक की कटौती की गई है. कीमतों में कटौती सूरजमुखी तेल की उपलब्धता बढ़ने, सरकार की पहल और अंतरराष्ट्रीय बाजार में खाद्य तेलों में आई नरमी की वजह से की गई है. कम कीमत वाला तेल अगले सप्ताह कंपनी बाजार में उपलब्ध करवा देगी.
इतना कम हुआ दाम
मदर डेयरी ने एक लीटर वाले धारा सरसों तेल (पॉली पैक) की कीमत 15 रुपये घटा दी है. पहले 208 रुपये में मिलने वाला सरसों तेल अब 193 रुपये प्रति लीटर बेचा जाएगा. इसी तरह धार रिफाइंड सूरजमुखी तेल (पॉली पैक) का रेट भी कंपनी ने 15 रुपये घटाकर 235 रुपये लीटर से 220 रुपये लीटर कर दिया है. इसी तरह धारा रिफाइंड सोयाबीन तेल का दाम भी मदर डेयरी ने 209 रुपये से घटाकर 194 रुपये लीटर कर दिया है.
सूत्रों के हवाले से CNBC-TV18 ने लिखा है कि अदानी विल्मर भी अपने ब्रांड फॉर्च्यून के दामों में कटौती करने की तैयारी कर चुका है. अगले सप्ताह तक नए MRP वाले पैक बाजार में आ जाएंगे. जेमिनी इडिबल एंड फैट्स ने भी अपने सूरजमुखी के तेल पर 200 रुपये वाले MRP पर 20 रुपये की कटौती की है.
आयात पर निर्भर है भारत
खाद्य तेलों के मामले में भारत आयात पर बहुत ज्यादा निर्भर है. खाद्य तेलों की देश में हाने वाली कुल खपत का 60 फीसदी भारत को आयात करना पड़ता है. घरेलू मांग को पूरा करने के लिए भारत सालाना लगभग 1.3 करोड़ टन खाद्य तेलों का आयात करता है. रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण वैश्विक बाजारों में पिछले दिनों खाद्य तेलों की कीमतों में भारी उछाल आया था. इस वजह से भारत में भी खाने के तेल की कीमतों में जोरदार इजाफा हुआ था.
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एनसीआर में मदर डेयरी के 1800 बूथ
पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2021 में दिल्ली-एनसीआर में मदर डेयरी के कुल 1,800 कंज्यूमर टच प्वाइंट्स थे. कंपनी की योजना वित्त वर्ष 2022-23 तक इन बूथों की संख्या को बढ़ाकर 2,500 तक ले जाना है, ताकि कंपनी के प्रोडक्ट ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच सके.