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महंगा हो सकता है खाने का तेल, मलेशिया में पाम ऑयल के भाव में 6% की तेजी, त्यौहारी सीजन में और बढ़ेगी डिमांड

Palm Oil Prices:  मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज पर नवंबर डिलीवरी के पाम ऑयल कॉन्ट्रेक्ट लगातार तीसरे सेशन में भी चढ़े. मलेशियाई पाम ऑयल फ्यूचर्स मंगलवार को लगभग 6 फीसदी चढ़ गया और ऐसा भारत में मजबूत मांग के चलते हुआ है.

नई दिल्ली: मलेशियाई पाम ऑयल (Palm Oil) फ्यूचर्स मंगलवार को लगभग 6 फीसदी चढ़ गया. अमेरिकी सोयाबीन की फसल से जुड़े पूर्वानुमान और प्रमुख खरीदार भारत में पाम ऑयल की मजबूत मांग के चलते यह तेजी आई है. मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज पर नवंबर डिलीवरी के पाम ऑयल कॉन्ट्रेक्ट लगातार तीसरे सेशन में भी चढ़े. रिंगिट 217 अंक या 5.89% बढ़कर 3,900 ($ 865.51) प्रति टन हो गया. पिछले 6 सप्ताह में एक दिन में आई सबसे बड़ी तेजी है.

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भारत के एक प्रमुख व्यापार निकाय ने मंगलवार को बताया कि अगस्त में देश में पाम ऑयल आयात एक महीने पहले से 87 फीसदी उछलकर 11 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया. कीमतों में गिरावट ने रिफाइनरों को खरीदारी बढ़ाने के लिए प्रेरित किया. दुनिया में वनस्पति तेल के सबसे बड़े उपभोक्ता भारत में पाम ऑयल की मांग इस महीने अक्टूबर में त्योहारी सीजन से पहले बढ़ने की उम्मीद है. कार्गो सर्वेक्षणकर्ताओं ने कहा 1 से 10 सितंबर के दौरान पाम ऑयल का निर्यात 9.3% और 25.5% के बीच बढ़ गया. वहीं पाम ऑयल के भाव में यह तेजी बरकरार रहती है तो खाद्य तेल की घरेलू कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है.

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अगस्त में पाम ऑयल स्टॉक 33 महीनों के उच्चतम स्तर पर पहुंचा

आंकड़ों से पता चलता है कि अगस्त के आखिरी में मलेशिया में पाम ऑयल का स्टॉक 33 महीनों में अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था. क्योंकि मांग लगातार बढ़ रही थी. सीजीएस-सीआईएमबी रिसर्च में प्लान्टेशन रिसर्च के क्षेत्रीय प्रमुख आइवी एनजी ने कहा कि सितंबर में भी पाम ऑयल का उत्पादन बढ़ने की उम्मीद है और इन्वेंट्री 9.2% बढ़कर 2.29 मिलियन टन हो सकती है.

बता दें कि भारत अन्य देशों से जो खाद्य तेल आयात करता है यानी मंगाता है, उसमें सबसे ज्यादा हिस्सा पाम ऑयल का है और ये आंकड़ा लगभग 60 प्रतिशत है. जबकि सोयाबीन तेल और सूरजमूखी तेल की हिस्सेदारी क्रमशः 25 व 12 प्रतिशत है.

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