साइबर दुनिया में आपका एक क्लिक भी भारी पड़ सकता है. अगर आपको भी डिजिटल पेमेंट से डर लगता है या किसी तरह की हिचक होती है तो यहां बताए गए कुछ टिप्स को फॉलो करते हुए आप अपने साइबर फुटप्रिंट्स के साथ-साथ अपना डेटा और अपने पैसे सुरक्षित रख सकते हैं.
डिजिटल पेमेंट ऐप्स और इनके यूजर भारत में तेजी से बढ़े हैं. ऑनलाइन पेमेंट्स ने हम सबके लिए यह काफी आसान बना दिया है कि हम कहीं से भी कभी भी किसी के भी साथ पैसों का लेन-देन कर सकते हैं. इसमें कोई दोराय नहीं है कि भारत में डिजिटल पेमेंट का कॉन्सेप्ट ने तेजी से पैर पसारा है लेकिन यह भी एक सच्चाई है कि अब भी ऐसा एक तबका है, जिसके अंदर डिजिटल पेमेंट करने को लेकर हिचक बनी हुई है. और एक हद तक यह सही भी है. साइबर दुनिया में आपका एक क्लिक भी भारी पड़ सकता है, लेकिन यह ऐसी भी कोई वजह नहीं, जिसके चलते आप वक्त के साथ बदले न. अगर आपको भी डिजिटल पेमेंट से डर लगता है या किसी तरह की हिचक होती है तो आपको टेक्नोलॉजी के साथ स्मार्ट बनना होगा. यहां बताए गए कुछ टिप्स को फॉलो करते हुए आप अपने साइबर फुटप्रिंट्स के साथ-साथ अपना डेटा और अपने पैसे सुरक्षित रख सकते हैं.
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1. हमेशा वेरिफाइड ऐप्स ही यूज़ करें
डिजिटल पेमेंट्स ऐप्स और प्लेटफॉर्म की भरमार है. इनपर आपको कई तरह के सर्विसेज और फीचर्स भी मिलते हैं. बस पेमेंट ऐप्स ही क्यों, अपने स्मार्टफोन में किसी भी तरह के ऐप्लीकेशन इंस्टॉल करते हुए बहुत सतर्क रहें. यह जरूर देखें कि आप वेरिफाइड ऐप ही यूज कर रहे हैं, क्योंकि ऐप स्टोर पर आपको कई फेक वर्जन भी दिख जाएंगे. कोई भी ऐप्लीकेशन हमेशा ऑथेंटिक ऐप स्टोर जैसे Google Play Store, Apple App Store या Windows App Store से ही डाउनलोड करें.
2. अपना स्मार्टफोन और कंप्यूटर सॉफ्टवेयर अपग्रेड रखें
अपने स्मार्टफोन और कंप्यूटर के सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर, वेब ब्राउज़र और ऑपरेटिंग सिस्टम को अपडेट रखें, अगर कोई सॉफ्टवेयर अपडेट आया है तो इसे इंस्टॉल कर लें. कंपनीज़ अपने सॉफ्टवेयर को हमेशा फिक्स करती रहती हैं, इससे अगर लास्ट सॉफ्टवेयर में कोई गड़बड़ी हो जाती है तो वो उसे नेक्स्ट अपडेट में फिक्स कर देती हैं, जिससे आपका फोन या सिस्टम सिक्योर रहता है. अपना पासवर्ड गेम स्ट्रॉन्ग रखें. रेगुलर बेसिस पर इन्हें चेंज भी करते रहें.
3. सिक्योर और ऑथराइज़्ड वेबसाइट ही ब्राउज़ करें, सिक्योर कनेक्शन का ही करें इस्तेमाल
ऑनलाइन पेमेंट वगैरह करते वक्त इस बात का खासा ध्यान रखें कि अगर आप किसी वेबसाइट के जरिए ऑनलाइन पेमेंट कर रहे हैं तो वो वेबसाइट जेनुइन है. वेबसाइट का डोमेन वगैरह अच्छे से चेक कर लें, ऐसी वेबसाइट्स भी होंगी जिनका URL ओरिजिनल जैसा दिख रहा होगा. हमेशा ऐसी वेबसाइट को ही ब्राउज करें जो इस तरह दिखती हैं https://www.domainame.xxx
अनसिक्योर्ड पब्लिक कनेक्शन से बिल्कुल दूर रहें. हमेशा अपने डेटा नेटवर्क पर भरोसा करें. अनसिक्योर्ड कनेक्शन साइबर फ्रॉड का बड़ा शिकार बन सकते हैं. ऑनलाइन पेमेंट करते वक्त तो ऐसे कनेक्शन का बिल्कुल इस्तेमाल न करें.
4. कार्ड का इस्तेमाल करते हुए रहें सतर्क
कार्ड पेमेंट करते वक्त हमेशा यह ध्यान रखें कि पूरा प्रोसेस आपकी आंखों के सामने हो. POS मशीन यानी जिससे कार्ड स्वाइप किया जा रहा हो, वो भी जेनुइन हो. वर्ना आपके कार्ड का क्लोन बनाकर आपको ठगा जा सकता है. अगर कार्ड की डिटेल कॉम्प्रोमाइज़ हुईं तो तुरंत अपने बैंक को इसकी जानकारी दें और उसे ब्लॉक कराएं.
5. मैसेज और कॉल को लेकर सावधान रहें, निजी जानकारी न करें शेयर
फ्रॉडस्टर्स अकसर आपको मैसेज, कॉल और ईमेल के जरिए कॉन्टैक्ट करते हैं. कोई भी ऐसी कॉल जो आपसे आपकी किसी भी तरह की इन्फॉर्मेशन को डिस्क्लोज़ करने को कहती है, उसे इग्नोर करें, उस नंबर/ईमेल को ब्लॉक और रिपोर्ट भी कर सकते हैं. बैंक आपसे कभी भी ऐसी कोई जानकारी मैसेज-कॉल के जरिए नहीं मांगते.