All for Joomla All for Webmasters
उत्तराखंड

Joshimath Sinking: 81 और परिवार शिफ्ट, रक्षा राज्यमंत्री पहुंचेंगे जोशीमठ, अब तक 609 घर दरके

Joshi Sinking and Crisis: जिला प्रशासन ने असुरक्षित 200 से अधिक घरों पर लाल निशान लगाए हैं. इन घरों में रहने वाले लोगों या तो अस्थायी राहत केंद्रों में जाने या किराये के घर में स्थानांतरित होने को कहा गया है. इसके लिए प्रत्येक परिवार को अगले छह महीने तक राज्य सरकार से 4000 रुपये मासिक सहायता मिलेगी. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और राज्य आपदा मोचन बल के कर्मियों को राहत तथा बचाव प्रयासों के लिए तैनात किया गया है.

देहरादून. उत्तराखंड के जोशीमठ (Joshimath Sinking) में आई आपदा के बाद अब लगातार राहत और बचाव के काम में तेजी लाई जा रही है. इसी कड़ी में अब मंगलवार को एनडीएमए की टीम जोशीमठ जाएगी. दरअसल  एनडीएमए (NDMA) की चार सदस्यीय टीम ने सोमवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी (CM Puskar Singh Dhami) से मुलाकात की थी. इसके बाद टीम ने जोशीमठ जाने का फैसला किया है. टीम में  बॉर्डर मैनजमेंट सेक्रेटरी भी मौजूद  रहेंगे. यह टीम जोशीमठ में हालात का जायजा लेने के बाद केंद्र को रिपोर्ट सौंपेगी.

ये भी पढ़ें – उत्तराखंड में मिले पाकिस्तानी झंडे और गुब्बारे, लाहौर हाईकोर्ट का वकील बोला-हमने उड़ाए थे

वहीं, जानकारी सामने आ रही हे कि  रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट (Defense Minister Ajay Bhatt) भी मंगलवार को जोशीमठ जा रहे हैं. मंगलवार को 11 बजे के करीब रक्षा राज्यमंत्री जोशीमठ पहुंचेंगे और फिर  प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे. इस दौरान वह मौके पर सेना, राहत एजेंसी, प्रशासन के अफसरों के साथ मीटिंग करेंगे. बाद  दोपहर ढाई बजे मंत्री का जोशीमठ से दिल्ली लौटने का प्रोग्राम है.

फिलहाल, जोशीमठ में मंगलवार को मौसम साफ है और  लगातार यहां से प्रभावितों को शिफ्ट किया जा रहा है. अब 81 परिवारों को राहत शिविरों में शिफ्ट किया गया है. यहां पर कुल 609 भवनों में दरारें आ चुकी हैं.

डीएम ने लोगों से की मुलाकात

वहीं, सोमवार देर रात को डीएम चमोली ने मौके का निरीक्षण किया और साथ ही रात को ही प्रभावित लोगों से भी मुलाकात की. उन्होंने कहा कि लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई होगी और साथ ही व्यवस्था ठीक करने के लिए सख्त निर्देश दिए हैं. इसके अलावा,  अलग-अलग जिलों से उप जिलाधिकारी भी जोशीमठ पहुंच रहे हैं. फिलहाल, जोशीमठ के सभी वार्ड सेक्टरों में बांटे गए हैं और लोगों की लिस्ट तैयार की जा रही है कि उन्हें कैसे राहत दी जाएगी.

Source :
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

लोकप्रिय

To Top