Delhi Water Crisis: दिल्ली के जल मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बीते बुधवार को ट्वीट कर जानकारी देते हुए कहा था कि हरियाणा की तरफ से आने वाले पानी को बवाना, द्वारका, नांगलोई, हैदरपुर, वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला प्लांट में शोधित कर सप्लाई किया जाता है, लेकिन अब दिल्ली को होने वाली पानी आपूर्ति में हरियाणा की तरफ से करीब 20 प्रतिशत की कमी आ गई.
Delhi Water Crisis: देश की राजधानी पानी की किल्लत को दूर करने के लिए मुनक नहर से जोड़ी गई सीएलसी (CLC) नहर में बड़वासनी के पास हुए कटाव को जिला प्रशासन दूसरे दिन भी नहीं भर पाया. प्रशासन की तरफ से जल्द कटाव को भर कर पानी सप्लाई सुचारू रूप से चलाने के दावे किए जा रहे हैं. बता दें कि सीएलसी नहर में गांव बड़वासनी के पास अज्ञात कारणों के चलते कटाव हो गया था जिसके चलते आसपास की करीब साढ़े 300 एकड़ भूमि में पानी जमा हो गया.
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मामले की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची जिला प्रशासनिक व सिंचाई विभाग की टीमों ने कटाव को रोकने का प्रयास किया, लेकिन दूसरे दिन तक प्रशासनिक टीमें कटाव को भर नहीं पाई, जिसके चलते देश की राजधानी दिल्ली में पानी की किल्लत आने वाले दिनों में हो सकती है. प्रशासन की तरफ से दिल्ली को पानी सप्लाई करने के लिए 300 क्यूसेक पानी पश्चिमी यमुना लिंक नहर वह 300 क्यूसेक पानी यमुना नदी के जरिए दिल्ली में डायरेक्ट किया है.
सीएलसी नहर में कटाव होने के चलते करीब 130 क्यूसेक पानी बर्बाद हो गया. प्रशासन की तरफ से कल तक पानी को चलाने के दावे किए जा रहे हैं, उम्मीद है कि जल्द से जल्द जिला प्रशासन की तरफ से नहर में हुए कटाव को भरकर सुचारू रूप से पानी की सप्लाई को बहाल किया जाएगा. सीएलसी नहर में अज्ञात कारणों के चलते कटाव हो गया था, जिला प्रशासन व सिंचाई विभाग की तरफ से एक कटाव को रोकने के तमाम प्रयास किए जा रहे हैं. मौके पर पोपलेन मशीन से मिट्टी डालने का काम दिन रात चल रहा है. कल तक कटाव को ठीक कर पानी की सप्लाई सुचारू रूप से चला दी जाएगी.
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दिल्ली के जल मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बीते बुधवार को ट्वीट कर जानकारी देते हुए कहा था कि हरियाणा की तरफ से आने वाले पानी को बवाना, द्वारका, नांगलोई, हैदरपुर, वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला प्लांट में शोधित कर सप्लाई किया जाता है, लेकिन अब दिल्ली को होने वाली पानी आपूर्ति में हरियाणा की तरफ से करीब 20 प्रतिशत की कमी आ गई.