जेरोधा ने म्यूचुअल फंड कारोबार शुरू करने के लिए फरवरी 2020 में आवेदन किया था. को-फाउंडर नितिन कामत ने ट्वीट कर कहा कि हमें ज़ेरोधा एएमसी के लिए अंतिम मंजूरी मिल गई है.
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नई दिल्ली. ऑनलाइन स्टॉक ब्रोकर ज़ेरोधा अब म्यूचुअल फंड के कारोबार में उतरने जा रही है और इस काम के लिए उसे SEBI से जरूरी मंजूरी मिल गई है. जेरोधा ने शुक्रवार को ऐलान किया कि उसे अपनी खुद की एसेट मैनेजमेंट कंपनी- ज़ेरोधा फंड हाउस स्थापित करने के लिए भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) से अंतिम मंजूरी मिल गई है. ज़ेरोधा के को-फाउंडर और सीईओ, नितिन कामथ ने ट्विटर पर यह बताया.
अपने ट्वीट में नितिन कामथ ने लिखा, “हमें ज़ेरोधा एएमसी के लिए अंतिम मंजूरी मिल गई है जिसे हम स्मॉलकेस के साथ पार्टनरशिप में बना रहे हैं.” कामत ने कहा कि एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) कारोबार के नए सीईओ विशाल जैन होंगे.
जेरोधा ने 3 साल पहले दिया था आवेदन
जेरोधा ने म्यूचुअल फंड कारोबार शुरू करने के लिए फरवरी, 2020 में आवेदन किया था. जेरोधा और स्मालकेस ने अप्रैल में घोषणा की थी कि जेरोधा एएमसी कारोबार शुरू करने के लिए वे संयुक्त उपक्रम शुरू करेंगे.
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2 वजह से म्यूचुअल फंड कारोबार में उतरा जेरोधा
नितिन कामथ ने कहा, “म्यूचुअल फंड शुरू करने की 2 अहम वजह थी. पहला यह कि भारतीय बाज़ारों के लिए सबसे बड़ी चुनौती और अवसर है. हमारे पास कुल मिलाकर केवल 6-8 करोड़ यूनिक म्यूचुअल फंड और इक्विटी निवेशक हैं.
दूसरा यह कि अगर हमें अगले 10 मिलियन निवेशकों को लाना था, तो उन्हें सरल उत्पादों की आवश्यकता थी जिन्हें वे समझ सकें, और म्यूचुअल फंड एक आदर्श साधन थे. हमारा लक्ष्य केवल इंडेक्स बनना और सरल फंड और ईटीएफ बनाना है, जिसे सभी निवेशक समझ सकें और अपने सभी लक्ष्यों के लिए निवेश कर सकें.
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बता दें कि जेरोधा के अलावा हेलियोस कैपिटल मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड को भी सेबी ने हेलियोस म्यूचुअल फंड को मंजूरी दे दी है. इससे पहले हेलियोस कैपिटल को म्यूचुअल फंड कारोबार के लिए सेबी से सितंबर, 2022 में सैद्धांतिक मंजूरी मिली थी.