Tata Technologies IPO: टाटा टेक्नोलॉजीज IPO को SEBI से मंजूरी मिल गई है. यह इस माह के अंत तक या सितंबर मध्य तक मार्केट में सब्स्क्रिप्शन के दस्तक दे सकता है.
Tata Technologies IPO GMP: इंडियन इक्विटी मार्केट (Indian Equity Market) में टाटा ग्रुप (Tata Group) की कोई कंपनी लगभग दो दशक बाद शेयर मार्केट (Share Market) में दस्तक देने जा रही है. टाटा मोटर्स की सहायक कंपनी टाटा टेक्नोलॉजीज (Tata Technologies IPO) लिमिटेड के IPO को SEBI से मंजूरी मिल गई है, मार्केट एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि IPO सब्सक्रिप्शन अगस्त 2023 के अंत तक या सितंबर 2023 के मध्य में शुरू हो सकता है.
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SEBI की हरी झंडी के जवाब में, ग्रे मार्केट (Grey Market) ने भी इस ऑफर फॉर सेल (OFS) पब्लिक इश्यू में अपनी दिलचस्पी बढ़ा दी है. मार्केट के पर्यवेक्षकों का कहना है कि टाटा टेक्नोलॉजीज (Tata Technologies IPO) लिमिटेड के शेयर ग्रे मार्केट (Grey Market) (Grey Market) में 105 रुपये के प्रीमियम पर चल रहे हैं, जो पिछले सप्ताह के 89 रुपये से अधिक है. शेयर मार्केट में हाल के कमजोर सेंटीमेंट्स के बावजूद, ग्रे मार्केट (Grey Market) प्रीमियम में यह उछाल, इस नॉन-लिस्टेड टाटा समूह इकाई के लिए इन्वेस्टर्स के उत्साह और विश्वास को दर्शाता है.
ग्रे मार्केट (Grey Market) प्रीमियम में उछाल से इस बात की जानकारी मिलती है कि टाटा टेक्नोलॉजीज के IPO (Tata Technologies IPO) को लेकर मार्केट में काफी पॉजिटिव बातें हो रही हैं. मार्केट एनालिस्ट्स का अनुमान है कि IPO की प्राइस लगभग 295 रुपये हो सकती है. इसकी तुलना इसके समकक्ष साइएंट से की जा सकती है और इन्वेस्टर्स को आकर्षित करने के लिए संभावित छूट को ध्यान में रखा जा सकता है. अगर यह ज्यादा ट्रेडिशनल रुख अपनाता है तो IPO की प्राइस 265 से 270 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के बीच हो सकती है, जबकि कंपनी में बड़ा रीएक्शन और ट्रस्ट प्राइस को लगभग 315 से 320 रुपये प्रति इक्विटी शेयर तक जा सकता है.
जानकारों का कहना है कि IPO में भागीदारी पर विचार करने से पहले कंपनी की ताकत और कमजोरियों को समझना जरूरी है.
आगामी टाटा टेक्नोलॉजीज के IPO (Tata Technologies IPO) के बारे में पहले इन चीजों के बारे में विचार करना जरूरी है:
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ग्लोबल इंजीनियरिंग स्किल
टाटा टेक्नोलॉजीज (Tata Technologies) एक मिड-कैप ग्लोबल इंजीनियरिंग कंपनी है जो लीडिंग OEM और उनके टियर-I सप्लायर्स को टेक्नोलॉजी सल्यूशन और सर्विसेज प्रदान करने में माहिर है.
ऑटोमोटिव ER एंड डी लीडरशिप
यह ग्लोबल ऑटोमोटिव इंजीनियरिंग, अनुसंधान और विकास (ER and D) सर्विस सेक्टर की एक प्रमुख कंपनी है.
डायवर्सिफाइड कस्टमर बेस
टाटा टेक्नोलॉजीज 35 पारंपरिक OEM और टियर-I सप्लायर्स के साथ-साथ 12 नई एनर्जी वेहिकल कंपनियों को सर्विस प्रदान करती है, जो एक डायवर्सिफाइड और कांप्रीहेंसिव कस्टमर बेस का प्रदर्शन करती है.
कांप्रीहेंसिव ऑटोमोटिव सल्यूशन
ऑटोमोटिव इंडस्ट्री में गहन डोमेन नॉलेज के साथ, टाटा टेक्नोलॉजीज इलेक्ट्रिक वेहिकल डेवलपमेंट, मैन्युफैक्चरिंग और सेल्स के बाद सर्विस के लिए एंड-टू-एंड सल्यूशन प्रदान करता है.
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ग्लोबल रीच
कंपनी की ग्लोबल पहुंच यूरोप, उत्तरी अमेरिका और एशिया प्रशांत क्षेत्र तक है, इन क्षेत्रों में सम्मानित ग्राहक हैं.
लेकिन, इन्वेस्टर्स को टाटा टेक्नोलॉजीज के IPO (Tata Technologies IPO) पर विचार करते समय यहां बताए गए रिस्क पर भी ध्यान देना चाहिए:
कस्टमर कांसेंट्रेशन
कंपनी के रेवेन्यू का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मुट्ठी भर टॉप कस्टमर्स पर निर्भर है, अगर इनमें से कोई भी कस्टमर अपना बिजनेस कम कर देता है या चैलेंजेज का सामना करता है तो यह वीकनेस को उजागर करता है.
ऑटो इंडस्ट्री में उतार-चढ़ाव
टाटा टेक्नोलॉजीज (Tata Technologies) की रेवेन्यू के लिए ऑटोमोटिव सेक्टर पर भारी निर्भरता इसे इंडस्ट्री के प्रदर्शन में बदलाव के प्रति सेंसेटिव बनाती है, जो इसकी फाइनेंशियल स्टैबिलिटी को प्रभावित कर सकती है.
EV सेक्टर की अनिश्चितताएं
इलेक्ट्रिक वेहिकल सेक्टर में इसकी पार्टनरशिप को देखते हुए, ईवी के डेवलपमेंट और अपनाने में अनिश्चितताएं संभावित रूप से टाटा टेक्नोलॉजीज के भविष्य के ऑपरेशन और कैश इन्फ्लो को प्रभावित कर सकती हैं.