Health and Fitness : डॉ. देवेश चटर्जी बताते हैं कि सर्दियों में हमारी त्वचा शुष्क हो जाती है. इसके पीछे सबसे बड़ा कारण है कम पानी पीना. जब हम अपने शरीर की जरूरत के मुताबिक पानी नहीं पीते हैं तो स्किन काफी ज्यादा ड्राई हो जाती है.
आशीष कुमार/पश्चिम चम्पारण. सर्दियों में हम सभी लोग अक्सर पानी का सेवन कम कर देते हैं. कम पानी पीने से हम लोग कई तरह की बीमारियों का शिकार हो जाते हैं. सर्दियों के मौसम में सबसे अधिक परेशानी देती है शुष्क त्वचा. हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है कि सही मात्रा में पानी पीने से हमें शुष्क त्वचा की परेशानी नहीं होगी. आइए जानते हैं कि सर्दियों के मौसम में हमें कितना पानी पीना चाहिए और इसके फायदे क्या-क्या हैं.
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सर्दियों के लिए पानी पीने के आदर्श पैमाने
डॉ. देवेश चटर्जी बताते हैं कि सर्दियों में हमारी त्वचा शुष्क हो जाती है. इसके पीछे सबसे बड़ा कारण है कम पानी पीना. जब हम अपने शरीर की जरूरत के मुताबिक पानी नहीं पीते हैं तो स्किन काफी ज्यादा ड्राई हो जाती है. इसलिए एक साधारण आदमी को सर्दियों में ढ़ाई से तीन लीटर पानी जरूर पीना चाहिए. बात अगर ऐसे लोगों की करें, जो कार्डियक फेलियर, किडनी फेलियर और लीवर फेलियर से जूझ रहे हैं, तो उन्हें सर्दियों में एक से डेढ़ लीटर पानी ही पीना चाहिए. हालांकि वर्तमान स्थिति के अनुसार डॉक्टर की सलाह अति आवश्यक है.
10 फीसदी पानी की कमी से लगती है प्यास
हमारे शरीर का करीब 60% हिस्सा पानी है और हर दिन शरीर से 2.5 लीटर पानी बाहर निकलता है. शरीर में 10 फीसदी पानी की कमी होने पर प्यास लगती है. सुबह उठने से लेकर रात में सोने तक पानी पीना सेहतमंद रहने के लिए जरूरी है. कब, कितना और कैसे पानी पिएं, इसकी जानकारी जरूरी है. आयुर्वेद के मुताबिक, सुबह उठने के बाद खाली पेट पानी पीना आपको हेल्दी रखने में मदद करता है.
3 लीटर पानी का सेवन अनिवार्य
वैसे तो हर किसी को लगभग 8 से 10 ग्लास पानी पीना जरूरी है, ताकि बॉडी और स्किन हेल्दी बनी रहे. लेकिन बॉडी में पानी की जरूरत उम्र, जेंडर, फिजिकल एक्टिविटी और प्रेग्नेंसी में अलग-अलग होती है. उसके अनुसार अगर शरीर को पानी नहीं मिला तो दूसरी परेशानियां होने लगती हैं. सर्दियों में सिर्फ नॉर्मल पानी ही नहीं, बल्कि गुनगुना पानी पीना ज्यादा फायदेमंद है.
क्या खड़े होकर पानी नहीं पीना चाहिए?
आपने कई लोगों से सुना होगा कि खड़े होकर पानी नहीं पीना चाहिए, पानी चबा-चबाकर खाने की तरह पीना चाहिए. इस बारे में जब हमने डॉक्टर से पूछा तो उन्होंने कहा कि ऐसा उन्होंने कहीं नहीं पढ़ा है. मैराथन में दौड़ते वक्त तो धावक दौड़ते हुए भी पानी पीते हैं. उन्होंने इतना जरूर कहा कि पानी पीते वक्त बस इस बात का ध्यान रखें कि पानी इत्मीनान से पिएं, जल्दबाजी में पानी पीने से दिक्कत हो सकती है.
किडनी पर पड़ता है असर
बकौल डॉ. देवेश, कम पानी पीने की वजह से किडनी पर गंभीर असर पड़ता है. साथ ही किडनी में स्टोन होने का डर भी बढ़ जाता है. किडनी ठीक से काम करे, इसके लिए पानी बेहद जरूरी है. जब शरीर में पानी की कमी होने लगती है, तो किडनी को ज्यादा दम लगाकर काम करना पड़ता है. इस वजह से यूरिनरी ट्रैक इंफेक्शन या ट्रैक में जलन की शिकायत होती है.
शरीर कमजोर होना
शरीर में जब पानी की कमी होने लगती है तो बॉडी धीरे-धीरे कमजोर होने लगता है. पानी की कमी का असर शरीर के पूरे फंक्शन पर पड़ता है. पानी की कमी की वजह से शरीर में थकान भी महसूस होने लगती है. इसके पीछे कारण यह है कि खून को ठीक से ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है. इसके अलावा कब्ज, निर्जलीकरण और थकान जैसी परेशानी हो सकती है.
एक दिन में पिएं इतना पानी
डॉ.देवेश बताते हैं किपूरे दिन सेहतमंद और तरोताजा रहना है तो एक दिन में 8 से 10 ग्लास पानी जरूर पिएं. कई लोग इससे ज्यादा पानी पीते हैं, क्योंकि सबके शरीर की अलग-अलग बनावट होती है. ग्लास से पानी पीने के लिए इसलिए कहा जाता है, ताकि आपको याद रहे कि आपने अब तक कितने ग्लास पानी पिया है. इसलिए हमेशा ध्यान रखें कि सही मात्रा में पानी पीना शरीर के लिए बेहद जरूरी है.