नई दिल्ली: पेट्रोल-डीजल के बाद, अब सब्जियों की बढ़ती महंगाई ने आम जनता की जेब ढीली कर रखी है. सर्दियों का मौसम शुरू हो गया है और इस समय सब्जियों की कीमत ने किचन का बजट बिगाड़ रखा है. तेल और दाल के भाव आसमान छूने के साथ अब सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी ने आम आदमी की परेशानी बढ़ा दी है.
सेब से महंगी बिक रही सब्जियां!
कई सब्जियां इस समय सेब से भी मंहगी बिक रही हैं. यहां तक की सर्दियों में सस्ता बिकने वाले मटर और टमाटर की कीमत भी चरम पर है. इस मौसम में 20/25 रुपये किलो बिकने वाला टमाटर आज 100 रुपये किलो तक पहुंच गया है. वहीं मटर कई जगह पर 100, 150 और 200 रुपये किलो तक बिक रही है.
ग्राहक-विक्रेता दोनों बेहाल
सब्जियों के बढ़ते दाम से ग्राहक तो परेशान हैं ही सब्जी विक्रेताओं की हालत भी खराब है. दरअसल, सब्जियों की कीमत में बढ़ोतरी के बाद, बिक्री में भी कमी आई है. आइए जानते हैं राजधानी दिल्ली में क्या हैं सब्जियों के भाव-
सब्जी कीमत/किलो
मटर : 100 रुपये
टमाटर : 80 रुपये
आलू : 30 रुपये
भिंडी : 80 रुपये
प्याज : 60 रुपये
नींबू : 60 रुपये
पालक : 40 रुपये
अदरक : 100 रुपये
लहसन : 200 रुपये
बैंगन : 60 रुपये
कच्चा केला : 60 रुपये
कच्चा पपीता : 60 रुपये
पत्ता गोभी : 60 रुपये
लौकी: 60 रुपये
फूल गोभी: 60 रुपये
अरबी: 80 रुपये
परवल/पटल: 80 रुपये
छोटा बैंगन: 60 रुपये
कद्दू: 40 रुपये
करेला: 80 रुपये
देसी खीरा: 60 रुपये
ककड़ी: 60 रुपये
लाल शिमला मिर्च: 400 रुपये
शिमला मिर्च: 120 रुपये
कंदरू: 80 रुपये
फ्रेंच बीन्स: 160 रुपये
हाईब्रीड खीरा: 60 रुपये
मशरूम : 60 रुपये
गाजर : 60 रुपये
कटहल : 60 रुपये स्वीट कॉर्न: 150 रुपये
ब्रोकली : 300 रुपये
फलीदार सेम : 120 रुपये
मूली : 60 रुपये
तोरई : 80 रुपये
क्यों महंगी हो रही सब्जियां?
सब्जियों के महंगी होने के पीछे कई वजह हैं. दक्षिण भारत में भारी वर्षा के कारण फसल खराब होने से टमाटर की कीमतों में बंपर उछाल आया है. दरअसल, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में बाढ़ के कारण टमाटर की फसल खराब होने से टमाटर के दाम आसमान पर पहुंच गए हैं कम पैदावार और ज्यादा मांग के साथ-साथ ट्रांसपोर्टेशन लागत में बढ़ोतरी से भी टमाटर में उछाल आया है.
मांग से कम हो रही पैदावार!
फ्यूल की महंगाई के चलते छोटे स्तर पर सब्जियों की ढुलाई नहीं हो रही है. तीसरी बड़ी वजह है- शादी का मौसम. त्योहारी सीजन के बाद, शादी का मौसम शुरू हो गया है. ऐसे में, सब्जियों की डिमांड भी तेजी से बढ़ रही है. शादियों के मौसम में मांग बढ़ने के चलते भी सब्जियों का भाव कम नहीं हो रहा है. आवश्यक वस्तु की आपूर्ति में भारी कमी के कारण इनकी कीमत नई ऊंचाई पर पहुंच गई है.