नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Future Retail के कर्मचारियों ने सुप्रीम कोर्ट से पूछा है कि शीर्ष अदालत कंपनी को अपने रिटेल एसेट बेचने की इजाजत दे। साथ ही Amazon.com के खिलाफ रूलिंग दे क्योंकि इससे 27000 नौकरियों को खतरा है। Future रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ अपनी 3.4 अरब डॉलर की डील को करने से चूक गई है। क्योंकि Amazon ने इस सौदे पर ऐतराज जताया है और याचिका दाखिल कर रखी है।
Amazon का कहना है कि Future ने उसके साथ हुए पुराने सौदों की शर्तों का उल्लंघन किया था। उसका Reliance को अपने रिटेल एसेट बेचना शर्तों का उल्लंघन है। मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में चल रही है। इस दौरान Future के कर्मचारियों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। उनका कहना है कि उनकी नौकरी खतरे में है।
अगर रिलायंस-फ्यूचर का सौदा नहीं होता है तो Future को लिक्विडेशन की ओर जाना होगा और इससे 27000 लोगों की नौकरी चली जाएगी। FRL इम्प्लाई वेल्फेयर एसोसिएशन ने फाइलिंग में यह बात कही है। बता दें कि Future किसी भी तरह के कारोबारी सौदों के उल्लंघन की बात से इनकार कर रही है। जबकि Amazon लगातार कह रही है कि उसकी 2019 में Future के साथ डील की शर्तों के तहत वह Reliance Ind से कारोबार नहीं कर सकती।
इस मर्जर पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा रखी है। कोर्ट ने बीते हफ्ते Future Retail के 24,713 करोड़ के सौदे पर 23 नवंबर तक रोक लगाई। चीफ जस्टिस के नेतृत्व में सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने कहा कि इस सौदे को लेकर 23 नवंबर को क्रॉस-याचिकाओं पर सुनवाई होगी जिसे Amazon और Future Retail ने दाखिल किया है। चीफ जस्टिस ने फ्यूचर रिटेल से कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने 9 सितंबर को ही एक सहमति आदेश (कंसेंट ऑर्डर) पास किया था जिसके तहत कोई भी नियामकीय संस्था बिना सुप्रीम कोर्ट की मंजूरी के सौदे को मंजूरी नहीं देगी।