Sahara Group के निवेशकों को लेकर अब एक नया अपडेट सामने आया है. हाल ही में सहारा ग्रुप के प्रमुख सुब्रत रॉय का भी निधन हो गया है. ऐसे में निवेशकों को पैसा मिलेगा या नहीं, इसको लेकर भी निवेशक असमंजस में है. आइए जानते हैं ताजा अपडेट…
ये भी पढ़ें– RBI के कदम का मूडीज ने किया समर्थन, कहा- असुरक्षित बैंक लोन पर रिस्क भार बढ़ाना सही कदम
SEBI: सहारा ग्रुप में लाखों लोगों के पैसे अटके हुए हैं. वहीं हाल ही में सहारा ग्रुप के प्रमुख सुब्रत रॉय का भी निधन हो गया है. इसके बाद निवेशकों के मन में कई सवाल हैं कि आखिर उनके अटके हुए पैसे उन्हें वापस मिलेंगे या नहीं? इस बीच एक नई रिपोर्ट सामने आई है. इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सहारा के पैसों को कंसोलिडेटेड फंड में ट्रांसफर करने पर विचार किया जा रहा है.
कंसोलिडेटेड फंड
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सहारा-सेबी रिफंड अकाउंट के दावा रहित फंड को कंसोलिडेटेड फंड में ट्रांसफर करने पर विचार किया जा रहा है. वहीं इस पर सरकार की ओर से कानूनी सलाह भी ली जा रही है. ऐसे में भविष्य में अगर किसी निवेशक की ओर से फंड को लेकर दावा किया जाए तो उसे रुपया लौटाया जा सके.
ये भी पढ़ें– DDA के फ्लैट्स खरीदने का सुनहरा मौका, इस तारीख से शुरू होंगे रजिस्ट्रेशन, जानें अहम बातें
करोड़ों रुपये किए थे वसूल
जानकारी के मुताबिक सहारा ग्रुप से करीब 25 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा वसूल किए गए थे और इसके बाद 31 मार्च तक करीब 138 करोड़ रुपये ही ट्रांसफर किए गए थे. बाकी बचा हुआ पैसा सरकारी बैंक में डिपॉजिट करवाया गया था. वहीं साल 2012 में सुप्रीम कोर्ट ने सेबी के उस फैसले को बरकरार रखा था जिसमें सेबी की ओर से सहारा ग्रुप को निवेशकों का पैसा ब्याज सहित लौटाने का आदेश दिया था. इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने सरकार के पास फंड जमा करने की बात भी कही थी.
कई निवेशक नहीं आए सामने
सुप्रीम कोर्ट की ओर से कहा गया था कि अगर वेरिफिकेशन के बाद भी निवेशकों की पहचान नहीं होती है तो सरकार के पास इस तरह के फंड को जमा कर दिया जाएगा. हालांकि मौजूदा वक्त में भी काफी ज्यादा संख्या में निवेशक सामने नहीं आए हैं.
ये भी पढ़ें– Amway ने MLM के जरिए क्राइम की 4,000 करोड़ रुपये की कमाई की, विदेशी बैंक खातों में भेजी, ED ने चार्जशीट में लगाए आरोप
ईडी के साथ ही बातचीत में अधिकारी ने दावा किया कि ऐसे निवेशकों का दावा रहित पैसा सामाजिक विकास से जुड़ी योजनाओं में इस्तेमाल किया जा सकता है. बता दें कि निवेशकों को पैसा वापस दिलाने के लिए वेब पोर्टल भी लॉन्च किया गया है.