Uttarakhand News: भारतीय जनता पार्टी भूतपूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती 25 दिसंबर को सुशासन दिवस के रूप में मनाती है. इसी बहाने उत्तराखंड भाजपा पूरे प्रदेश में उन प्रमुख बूथों की थाह लेगी जिनपर लोकसभा से लेकर विधानसभा चुनाव में अच्छे परिणाम नहीं मिले. पार्टी इस कारण को तलाशेगी कि इन बूथों के वोटर्स में बीजेपी में के लिए आकर्षण क्यों नहीं रहा. वजह भाजपा से नाराजगी रही या फिर कुछ और.
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देहरादून. 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती है. बीजेपी इस दिन को सुसाशन दिवस के रूप में मनाती है. इस बार इसी दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘मन की बात’ कार्यक्रम भी है. बीजेपी ने प्रदेश भर में उन तमाम बूथों को चिन्हित किया है, जहां उसकी परफॉर्मेंस अच्छी नहीं रही. इन बूथों पर प्रदेश और जिले के पदाधिकारी तो जाएंगे ही; साथ ही सांसद, मंत्री, विधायकों को भी अलग-अलग बूथ की जिम्मेदारी सौंपी गई है. मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्रियों की भी डयूटी लगाई गई है. यहां वे पहले मन की बात कार्यक्रम सुनेंगे और उसके बाद सुशासन दिवस के तहत चौपाल लगाएंगे.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट से मिली जानकारी के अनुसार, केंद्रीय राज्य मंत्री अजय भटट हल्द्वानी के 147 नंबर बूथ पर रहेंगे. अजय टम्टा अल्मोड़ा के डोलाभखोला बूथ पर रहेंगे तो रमेश पोखरियाल निशंक ज्वालापुर हरिद्वार में रहेंगे. माला राज्य लक्ष्मी शाह मसूरी के बूथ नंबर 21 गोविंदनगर तो नरेश बंसल विकासनगर और कल्पना सैनी ऋषिकेश के तिलक रोड बूथ पर रहेंगे.
बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष कुलदीप कुमार के अनुसार, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की भी डयूटी लगाई गई है तो मंत्री और पूर्व सीएम को भी बूथ आवंटित किए गए हैं. सीएम गढ़ी कैंट ढाकरा के बूथ नंबर 151 पर रहेंगे. मंत्री गणेश जोशी राजपुर रोड़, रेखा आर्य भगत सिंह कॉलोनी देहरादून. प्रेम चंद अग्रवाल लच्छीवाला, सुबोध उनियाल आदर्श नगर, ऋषिकेश तो धन सिंह रावत, कोटद्वार. पूर्व सीएम त्रिवेंद रावत ऋषिकेश रहेंगे. बीजेपी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष आशा नौटियाल राजपुर रोड के 28 नंबर बूथ पर रहेंगी.
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बूथों की ये लिस्ट सिर्फ औपचारिकता भर नहीं होगी. मंत्री, विधायक, सांसदों को अनिवार्य रूप से इन बूथों पर जाना होगा और बाकायदा पार्टी पोर्टल पर इसकी फोटो भी अपलोड करनी होगी. इतना नहीं नेताओं से इतर इस दिन सभी सचिव, डीएम और अधिकारी भी किसी न किसी गांव में जाकर चौपाल लगा रहे होंगे.