मध्य प्रदेश में कोरेाना महामारी के नए वेरिएंट से निपटने की तैयारी जारी है. राज्य में जहां केंद्र के निर्देश पर जीनोम सीक्वेंसिंग पर जोर दिया जा रहा है, वहीं अस्पतालों में भी इंतजामों को दुरुस्त किया जा रहा है.
मध्य प्रदेश में कोरेाना महामारी के नए वेरिएंट से निपटने की तैयारी जारी है. राज्य में जहां केंद्र के निर्देश पर जीनोम सीक्वेंसिंग पर जोर दिया जा रहा है, वहीं अस्पतालों में भी इंतजामों को दुरुस्त किया जा रहा है. राज्य में वर्तमान में कोरोना मरीजों के लिए 43 हजार बेड उपलब्ध हैं. राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया है कि, राज्य में पिछले दो दिनों में कोई भी पॉजिटिव मरीज नहीं मिला. वर्तमान में प्रदेश में कोरोना के केवल 4 एक्टिव मरीज हैं वो भी होम आइसोलेशन में.
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उन्होंने आगे बताया कि कोरोना संक्रमण को लेकर केंद्र सरकार के हर निर्देश का अक्षरश: पालन किया जाएगा. राज्य में प्रीकॉशन डोज पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. केंद्र सरकार के निर्देश के अनुसार पॉजिटिव केसों की जीनोम सिक्वेंसिंग होगी, ताकि नए वेरिएंट की पहचान आसानी से हो सके. चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने आगे कहा, भोपाल में एम्स के बाद स्टेट वायरोलॉजी लेबोरेट्री में भी जिनोम सिक्वेंसिंग हो सकेगी. राज्य में वर्तमान में 43 हजार बेड और ऑक्सीजन भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. सारंग ने कहा कि प्रदेश में पिछले 2 दिनों में कोई भी पॉजिटिव मरीज़ नहीं मिला है. प्रीकॉशन डोज़ पर उन्होंने कहा कि कहा वैक्सीन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है.
राज्य के गृहमंत्री डा नरोत्तम मिश्रा ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी से कोविड-19 उपयुक्त व्यवहार का पालन करने की अपील की है. प्रदेश में कोरोना के नए वेरिएंट की जांच के लिए प्रदेश सरकार ने ग्वालियर की डीआरडी लैब और भोपाल एआईआईएमएस को अधिकृत किया है.
बता दें कि चीन में कोरोना से हालात बहुत बुरे हैं. इसको लेकर भारत सरकार ने सभी राज्यों को सतर्क रहने को कहा है. कई राज्यों में कोरोना के हालात को लेकर मीटिंग भी हो रही है. मध्य प्रदेश सरकार भी कोरोना के संभावित खतरे से निपटने के लिए तैयारियों में जुटी है.