ऑनलाइन ग्रोसरी डिलीवरी कंपनी ब्लिंकिट और फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो ने इंस्टाग्राम पर कोलैब करते हुए एक विज्ञापन डाला है. इसमें दोनों ने अपनी सेवाओं का प्रचार एक मूवी के डायलॉग के माध्यम से किया है.
नई दिल्ली. कंपनियों का अपने विज्ञापन में कुछ अतरंगी करना कोई नहीं बात नहीं है. खासतौर पर स्टार्टअप्स तो पारंपरिक विज्ञापन के तरीकों के जरिए हमेशा कुछ न कुछ नया ट्राई करते ही रहते हैं. इसका एक बहुत अच्छा उदाहरण आपको क्रेड (CRED) के विज्ञापनों में देखने को मिल जाएगा. आज चर्चा में 2 ऑनलाइन प्रोडक्ट डिलीवरी कंपनियां है. ब्लिंकिट और जोमैटो के नए बिलबोर्ड ऐड्स ने इंस्टाग्राम पर धूम मचा रखी है. पहली नजर में यह दो कंपनियों के बीच प्रतिस्पर्धा के मामले जैसा लग सकता है. हालांकि, यहां कॉम्पिटीशन जैसी कोई बात नहीं है. बता दें कि ब्लिकिंट की पेरेंट कंपनी जोमैटो ही है.
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इंस्टाग्राम पर दोनों कंपनियों ने कोलैब (कोलैबोरेशन का छोटा फॉर्म) करते हुए ये इस विज्ञापन की तस्वीर शेयर की है. फोटो में आप देख सकते हैं कि ब्लिकिंट के बैनर पर लिखा है, “दूध मांगोगे, दूध देंगे.” वहीं, जोमैटो के विज्ञापन लिखा है, ” खीर मांगोगे, खीर देंगे.” अगर ये आपको कहीं सुना-सुना लगता है लेकिन याद नहीं आ रहा कि कहां सुना है तो हम बताते हैं. ये 2002 में आई सनी देओल की एक फिल्म ‘मां तुझे सलाम’ का डायलॉग है. इसमें सनी देओल कहते हैं, “दूध मांगोगे तो खीर देंगे, कश्मीर मांगोगे तो चीर देंगे.”
वायरल हुई पोस्ट
ये पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है. इंस्टाग्राम पर इसे 60,000 के करीब लाइक्स मिल चुके हैं. वहीं, इस पोस्च पर 650 से अधिक लोग कमेंट भी कर चुके हैं. यहां एक और मजेदार बात है. ये विज्ञापन दूध और खीर को केंद्र में रखकर बनाया गया है और जोमैटो के प्रतिद्वंदी डुन्जो के पास 2022 में सबसे ज्यादा ऑर्डर खीर के ही आए थे.
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जोमैटो के बारे में
जोमैटो एक फूड डिलीवरी ऐप है जिसका मुख्यालय बैंगलोर में है. इसका कारोबार 27 शहरों में फैला है. इनकी योजना बिजनेस के विस्तार की है. संभव है कि कंपनी इस साल अपना आईपीओ भी लेकर आए. जोमैटो का दावा है कि वह भारत के सबसे बड़े फूड डिलीवरी, डाइनिंग और रेस्टोरेंट डिस्कवरी सर्विस प्रोवाइडर हैं. सोमवार को कंपनी के सीटीओ गुंजन पाटीदार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. पाटीदार कंपनी के सह-संस्थापक भी थे. जोमैटो घाटे में रहने के कारण लगातार आलोचना का सामना कर रही है.
ब्लिंकिट का अधिग्रहण
जोमैटो ने पिछले साल जून में ब्लिंकिट का अधिग्रहण किया था. पहले इसे ग्रोफर्स के नाम से जाना जाता था. यह सौदा 57 करोड़ डॉलर में हुआ था. ब्लिकिंट 10 मिनट में ग्रोसरी घर पर डिलिवर करने की सेवा मुहैया कराता है.