तुर्की और उसकी सीमा से सटे सीरिया में सोमवार सुबह 4 बजकर 17 मिनट पर भूकंप के तेज़ झटके महसूस किए गए. 7.8 तीव्रता के ये झटके भूकंप के केंद्र से कई सौ मील दूर तक महसूस किए गए.
ऐसा नहीं है कि पहला भूकंप आने के बाद झटके आना थम गए, तुर्की में एक के बाद एक लगातार आफ़्टरशॉक्स आते रहे. इनमें से कई की तीव्रता 5.0 से अधिक थी.
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इरदीम नाम के एक नागरिक ने बताया कि उन्होंने 40 साल की अपनी ज़िंदगी में ऐसा कभी महसूस नहीं किया.
वो कहते हैं, “हम तीन बार बहुत बुरी तरह से झकझोरे गए, जैसे किसी बच्चे को झूले में हिला दिया जाता है.”
बीबीसी ने भूकंप के झटकों के कारण होने वाली तबाही के बारे में विस्तृत जानकारी जुटाई है. इसमें प्रत्यक्षदर्शियों के बयान और सोशल मीडिया पोस्ट्स का सहारा भी लिया गया है
बीबीसी तुर्की सेवा ने भूकंप के बाद सुरक्षित बचे लोगों से बात की है और सभी ने कहा कि यह पहली बार है जब उन्होंने इतना शक्तिशाली झटका महसूस किया.
इसी तरह सैकड़ों इमारतें पाज़ारजीक में तबाह हुई हैं जो भूकंप के केंद्र के उत्तर में स्थित है. ट्विटर पर शेयर किए गए इस इलक़े के वीडियो फ़ुटेज में दूर से तबाही का मंज़र देखा जा सकता है.
वीज़ल सरवान नाम के एक व्यक्ति ने बीबीसी को बताया कि उनके रिश्तेदार अब भी मलबे के अंदर दबे हुए हैं.
वीज़ल सरवान ने कहा, “मैंने बहुत मुश्किल से ख़ुद को और अपने घरवालों को इमारत से बाहर निकाला. हम बाहर आ ही रहे थे कि हमें एक व्यक्ति का हाथ नज़र आया जो मलबे के नीचे से मदद के लिए पुकार रहा था. उसको बचाने के लिए जाने वाले हमारे दोस्त पर इमारत गिर गई.”
ऐसी तस्वीरें भी सामने आई हैं जिनमें तुर्की में लोग दावा कर रहे हैं कि गैस पाइपलाइन तबाह होने के बाद वहां आग लग गई.
बीबीसी ने हैटे में एक वीडियो की पुष्टि की है जो शहर के बाहर मौजूद पाइप गैस पाइपलान की है. यह जगह भूकंप के केंद्र से 170 किलोमीटर की दूरी पर है. भूकंप के तेज़ झटके से ये पाइपलाइन टूट गई और इसमें आग लग गई.
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हैटे के ऊपर ड्रोन से ली गई तस्वीरों में ऐसी कई इमारतें देखी जा सकती हैं जो अब ज़मीदोंज़ हो चुकी हैं.
ग़ाज़ियानटेप के निवासी रसल पैगराम ने अपने उम्रदराज़ पड़ोसियों को बाहर निकालने के बारे में बीबीसी को बताया. वो कहते हैं कि इस समय तुर्की में कड़ाके की सर्दी है जो राहतकार्य में तो बड़ी रुकावट है ही, वहां के लोगों के लिए गंभीर चुनौती बन गई है.
वह बताते हैं, “हम सब ने मिलकर काम किया. अगर कोई बुज़ुर्ग महिला या पुरुष नीचे आ रहे थे और गाड़ी में जगह थी तो हर कोई साथ दे रहा था, हर कोई कंबल शेयर कर रहा था.”
इस भूकंप के कारण शहर में मौजूद एक क़िला और जानीमानी शरवान मस्जिद भी तबाह हुई है. कहा जाता है कि रोमन दौर में बनाया गया ग़ाज़ियानटेप क़िला देश में सबसे बेहतर हालत में था.
इसके बाद से भूकंप के केंद्र के दक्षिण और पूर्व में आफ्टरशॉक्स रिकॉर्ड किए जाते रहे हैं.
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तुर्की टीवी में टेलीविज़न के लिए लाइव करते वक्त कैमरे में वो दृश्य क़ैद हो गया जब मलेटिया शहर में दूसरा भूकंप आया.
सनलिउर्फ़ा में एक चश्मदीद ने इस लम्हे को वीडियो में क़ैद किया है जिसमें एक इमारत ज़मीन पर गिर रही है. बीबीसी संवाददाता ने इस वीडियो की लोकेशन की पुष्टि की है. इससे पहले सोशल मीडिया पर यह दावा किया जा रहा था कि शायद यह वीडियो सीरिया का है.
बीबीसी ने इस बारे में जियो लोकेशन टूल्स इस्तेमाल करते हुए थंबनेल्स की पुष्टि की है ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह वीडियोज़ कब पोस्ट किया गया था.
दूसरी ओर ग़ाज़ियानटेप में यह लम्हा उस समय फ़िल्माया गया जब भूकंप आ रहा था और यह स्पष्ट हो चुका था यह इमारत भी गिरने वाली है.
इधर सीमा पार उत्तरी सीरिया में भी स्थिति बहुत ख़राब है. सीरिया के उत्तर पश्चिमी शहर एज़ाज़ के एक निवासी ने मीडिया को बताया कि इस समय भी कई लोग मलबे के नीचे दबे हुए हैं.
उन्होंने बताया, “इस समय यहां 12 परिवार फंसे हुए हैं और कोई भी बाहर निकलने में कामयाब नहीं हो सका.”
सोशल मीडिया पर एलेप्पो शहर का एक वीडियो शेयर किया जा रहा है जिसमें एक महिला एक छोटे से बच्चे को गोद में उठाए हुए है और भाग रही है. वीडियो में देखा जा सकता है कि इसके आसपास इमारतें गिर रही हैं.
हारिम के पास बेसनाया-सेने गांव में भूकंप से पहले और बाद के दृश्य में तबाही का मज़र देखा जा सकता है. यहां अब भी राहत कार्य तेज़ी से जारी है.
यहां तेज़ी से राहत और बचाव कार्य चल रहा है.