Income Tax Return: इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) एक ऐसा फॉर्म है, जिसे एक व्यक्ति को भारत के आयकर विभाग को जमा करना होता है. इसमें व्यक्ति की आय और वर्ष के दौरान उस पर भुगतान किए जाने वाले करों के बारे में जानकारी होती है. आईटीआर में दर्ज की गई जानकारी किसी विशेष वित्तीय वर्ष से संबंधित होनी चाहिए.
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Income Tax Update: जिनकी भी इनकम टैक्सेबल है, उन लोगों को इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करना होता है. वहीं इनकम टैक्स दाखिल करने के लिए कमाई होना जरूरी है. लोगों के कमाई के कई साधन हो सकते हैं. ऐसे में जब भी इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करें तो अपने कमाई के सभी साधनों की जानकारी जरूर दें. इससे इनकम पर टैक्स की गणना करने में भी आसानी रहेगी. साथ ही किसी भी जुर्माने से भी बचा जा सकता है.
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इनकम टैक्स रिटर्न
इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) एक ऐसा फॉर्म है, जिसे एक व्यक्ति को भारत के आयकर विभाग को जमा करना होता है. इसमें व्यक्ति की आय और वर्ष के दौरान उस पर भुगतान किए जाने वाले करों के बारे में जानकारी होती है. आईटीआर में दर्ज की गई जानकारी किसी विशेष वित्तीय वर्ष से संबंधित होनी चाहिए. यानी 1 अप्रैल से शुरू होकर अगले साल 31 मार्च को समाप्त होनी चाहिए.
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इनकम टैक्स
आज कल इनकम टैक्स रिटर्न ऑनलाइन भी भरा जा सकता है. ऑनलाइन आईटीआर दाखिल करना काफी आसान रहता है. वहीं इनकम टैक्स की गणना करने के लिए कई इनकम सोर्स को शामिल करना चाहिए, ताकी इनकम के बारे में सारी जानकारी आईटीआर में दी जा सके. आईटीआर दाखिल करते वक्त इनकी जानकारी देना है जरूरी…
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– वेतन से आय (आपके नियोक्ता के जरिए भुगतान किया गया वेतन)
– गृह संपत्ति से आय (किराए की कोई भी आय जोड़ें, या होम लोन पर चुकाया गया ब्याज शामिल करें)
– पूंजीगत लाभ से आय (शेयरों या घर की बिक्री खरीद से आय)
– व्यवसाय/पेशे से आय (फ्रीलांसिंग या व्यवसाय या पेशे से आय)
– अन्य स्रोतों से आय (बचत खाता ब्याज आय, एफडी ब्याज आय, बॉन्ड से ब्याज आय)