US Fed: फेड की तरफ से बुधवार रात को 25 बेसिस प्वाइंट्स ब्याज दर बढ़ाने की घोषणा की गई. इस बदलाव के बाद फेडरल रिजर्व की ब्याज दरें 4.75 से 5 प्रतिशत के बीच पहुंच गई हैं.
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Interest Rate Hike: अमेरिकी सेंट्रल बैंक (US FED) की दो दिवसीय मीटिंग खत्म हो गई. अमेरिकी बैंकों के डूबने की घटना के बीच यूएस फेड ने एक बार फिर से ब्याज दर में इजाफा कर दिया. फेड की तरफ से बुधवार रात को 25 बेसिस प्वाइंट्स ब्याज दर बढ़ाने की घोषणा की गई. इस बदलाव के बाद फेडरल रिजर्व की ब्याज दरें 4.75 से 5 प्रतिशत के बीच पहुंच गई हैं. अमेरिकी केंद्रीय बैंक की तरफ से महंगाई पर लगाम लगाने की कोशिश में भी ब्याज दर बढ़ाई गई है.
अमेरिकी बाजार में गिरावट देखी जा रही
अमेरिका में ब्याज दर का यह साल 2007 के बाद सर्वोच्च स्तर है. यूएस फेड ने भविष्य में भी ब्याज दर बढ़ाने के संकेत दिए हैं. हालिया बैंकिंग संकट को लेकर सेंट्रल बैंक काफी सतर्क है. ब्याज दर बढ़ने के बाद अमेरिकी बाजार में गिरावट देखी जा रही है. डाउ जोंस, नैस्डैक और S&P 500 में करीब डेढ़ फीसदी की गिरावट देखी गई. इससे पहले 2007 में भी अमेरिका में ब्याज दर इसी लेवल पर पहुंच गई थीं. उस समय वहां का लेहमन ब्रदर्स बैंक डूब गया था.
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दुनियाभर में आर्थिक मंदी आ गई थी
बैंक के डूबने के बाद दुनियाभर में आर्थिक मंदी आ गई थी. अमेरिकी वित्त मंत्री जेनेट येलेन ने संसद में कहा कि रेगुलेटर्स का सभी यूएस बैंक डिपॉजिटर्स को सुरक्षा देने की योजना पर विचार नहीं है. किसी भी यूनिवर्सल डिपॉजिट इंश्योरेंस स्कीम पर फिलहाल विचार नहीं. उन्होंने कहा बैंकों को दूसरे तरह की सहायता जरूर दी जाएगी. स्थिति को स्थिर करने की कोशिश की जा रही है.
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जानकारों को उम्मीद है कि महंगाई को काबू में लाने के लिए फेडरल रिजर्व एक बार और दरों में वृद्धि कर सकता है. अमेरिकी केंद्रीय बैंक के फैसले के बाद अप्रैल के पहले हफ्ते में आरबीआई (RBI) भी रेपो रेट में 0.25 प्रतिशत का इजाफा कर सकता है.