Dhirendra Shastri Hanumant Katha In Patna: आयोजकों में बताया कि 12 मई को लगभग 25,000 महिलाएं कलश यात्रा में शामिल होंगी और कलश को बजरंगबली के 20 फीट ऊंची मूर्ति के नीचे इकट्ठा करेंगी. इस कार्य के साथ बागेश्वर धाम बाबा धीरेंद्र शास्त्री हनुमंत कथा की शुरुआत होगी. उसके बाद 13 से लेकर 17 तक प्रत्येक दिन करीब तीन लाख लोग कथा सुनने के लिए यहां आएंगे
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सच्चिदानन्द/पटना. बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) वाले धीरेंद्र शास्त्री बिहार की राजधानी पटना (Patna) के नौबतपुर थाना क्षेत्र के तरेत पाली मठ में हनुमंत कथा कहने वाले हैं. शनिवार 13 से 17 मई, 2023 तक इसका यहां आयोजन किया जाएगा. इससे पहले, 12 मई को कलश यात्रा के साथ हनुमंत कथा का शुभारंभ होगा और 15 मई को दिव्य दरबार लगाया जाएगा. इस कार्यक्रम की टाइमिंग को लेकर लोगों के मन में काफी संशय है, लेकिन इसको दूर करते हुए आयोजकों में बताया कि 12 मई को लगभग 25,000 महिलाएं कलश यात्रा में शामिल होंगी और कलश को बजरंगबली के 20 फीट ऊंची मूर्ति के नीचे इकट्ठा करेंगी. इस कार्य के साथ हनुमंत कथा (Hanumant Katha) की शुरुआत होगी. उसके बाद 13 से लेकर 17 तक प्रत्येक दिन करीब तीन लाख लोग कथा सुनने के लिए यहां आएंगे.
आयोजकों के अनुसार कलश यात्रा को भव्य बनाने का प्रयास किया जा रहा है. आस-पास के गांवों से करीब 25,000 महिलाएं इसमें हिस्सा लेंगी. कलश बनाने का कार्य तेज गति से चल रहा है. इस कलश यात्रा की शुरुआत नौबतपुर थाना के पास स्थित मोतीपुर हाई स्कूल से होगी. जिसके बाद नौबतपुर लख होते हुए कथा स्थल पर मौजूद हनुमान मूर्ति के आस-पास सभी कलश को रखा जाएगा. यह एक तरह से इस हनुमंत कथा की औपचारिक शुरुआत होगी. इस यात्रा में बैंड बाजा, हाथी और घोड़े शोभा बढ़ाने का काम करेंगे. हनुमान मूर्ति को पटना आर्ट कॉलेज के विद्यार्थी बना रहे हैं.
13 से 17 तक मई तक होगी हनुमंत कथा
आयोजकों के अनुसार पंडित धीरेन्द्र शास्त्री 13 मई को पटना आएंगे जहां से वो कथा स्थल पर पहुचेंगे. 13 से 17 मई के दौरान प्रतिदिन शाम चार से सात बजे तक बाबा हनुमंत कथा सुनाएंगे. शाम में भजन संध्या का आयोजन होगा. रात में रात्रि वार्तालाप चलेगा और फिर प्रसाद वितरण किया जाएगा. 15 मई को दोपहर 12 बजे से तीन बजे के बीच दिव्य दरबार का आयोजन होगा. इस दिव्य दरबार में धीरेंद्र शास्त्री भीड़ में बैठे लोगों में से किसी को भी उठा कर उसको अपने पास बुला कर उससे बात करेंगे.
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पहले से इसके लिए कोई रजिस्ट्रेशन या दूसरी व्यवस्था नहीं है. अगर आप बाबा धीरेंद्र शास्त्री से मिलना चाहते हैं या पर्ची निकलवाना चाहते हैं तो आपको दिव्य दरबार में शामिल होना पड़ेगा. बता दें कि, हनुमंत कथा के दौरान खाना और रहना पूरी तरह से निःशुल्क है.