PF Withdrawal While In Job: अगर आपको कोई एमर्जेंसी है, घर खरीदना, बच्चों की पढ़ाई या शादी-विवाह के लिए खर्च करना है तो पीएफ खाते से पैसे आंशिक तौर पर निकाल सकते हैं.
PF Withdrawal Rules In Hindi: इंप्लॉयी भविष्य निधि (EPF) भारत समेत कई देशों में इप्लॉयीज के लिए उनके रिटायरमेंट के वर्षों के दौरान फाइनेंशियल सेक्योरिटी (Financial Securities) सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण सेविंग स्कीम है. इसका मकसद रिटायरमेंट के लिए एक फंड प्रदान करना है. लेकिन कुछ ऐसी परिस्थितियां भी आती हैं जब कोई इंप्लॉयी रिटायरमेंट की आयु तक पहुंचने से पहले पीएफ का पैसा निकाल सकता है.
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आइए, यहां पर समझते हैं कि नौकरी के बीच में पीएफ का पैसा कब निकाल सकते हैं. इसके लिए क्या नियम और शर्तें हैं.
खास जरूरतों के लिए आंशिक निकासी
कुछ स्थितियों में, इंप्लॉयी खास मकसद के लिए अपने पीएफ खातों से आंशिक निकासी का लाभ उठा सकते हैं. नौकरी के बीच में पीएफ निकासी के सबसे आम मकसद इस प्रकार हैं:
मेडिकल एमर्जेंसी
इंप्लॉयी स्वयं के लिए, जीवनसाथी के लिए, बच्चों या डिपेंडेंट्स माता-पिता के मेडिकल एक्सपेंसेज को कवर करने के लिए पीएफ खाते से पैसे निकाल सकते हैं. यह विड्राल मेडिकल ट्रीटमेंट, सर्जरी, या किसी दूसरे जरूरी स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकताओं के लिए किया जा सकता है.
होम लोन रीपेमेंट
इंप्लॉयी बैलेंस होम लोन प्रिंसिपल अमाउंट और इंटरेस्ट चुकाने के लिए अपने पीएफ सेविंग का कुछ हिस्सा निकाल सकते हैं. लेकिन, इसके लिए कुछ शर्तें और समय को लेकर स्टैंडर्ड लागू हो सकते हैं, जैसे पीएफ कांट्रीब्यूशन की मिनिमम नंबर.
घर का कांस्ट्रक्शन/परचेज
कोई व्यक्ति अपने पीएफ सेविंग का इस्तेमाल अपने या अपने परिवार के सदस्यों के लिए घर या फ्लैट बनाने या खरीदने के लिए कर सकते हैं. संपत्ति के आकार और इंप्लॉयी की सेवा अवधि के संबंध में विशिष्ट शर्तें लागू हो सकती हैं.
एजुकेशन एक्सपेंसेज
इंप्लॉयी अपने या अपने बच्चों की उच्च शिक्षा के खर्च के लिए अपने पीएफ खाते से निकासी कर सकते हैं. आवश्यक डॉक्यूमेंट्स, जैसे शुल्क रसीदें या एडमिशन कन्फर्मेशन की आवश्यकता हो सकती है.
शादी-विवाह खर्च
इंप्लॉयी अपने या अपने बच्चों की शादी के खर्चों के लिए अपनी पीएफ सेविंग से आंशिक रूप से निकासी कर सकते हैं. सेवा के वर्षों की संख्या जैसे कुछ मानदंड लागू हो सकते हैं.
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नौकरी में रहते हुए PF निकासी के नियम और शर्तें
जब कोई इंप्लॉयी नौकरी के बीच में पीएफ का पैसा निकालने का इरादा रखता है, तो कई नियमों और शर्तों पर विचार करना आवश्यक है:
सर्विस पीरियड
निकासी के उद्देश्य के आधार पर, इंप्लॉयी को निकासी के लिए पात्र होने से पहले लगातार सेवा में कुछ निश्चित वर्ष पूरे करने की आवश्यकता हो सकती है. यह सुनिश्चित करता है कि पीएफ का पैसा लॉन्ग टर्म सेविंग का साधन बना रहे.
मैक्सिमम विद्ड्राल लिमिट
प्रत्येक मकसद के लिए निकाली जा सकने वाली राशि की अधिकतम सीमाएं हैं. सटीक राशि इंप्लॉयी के कुल पीएफ शेष और निकासी के उद्देश्य पर निर्भर करती है.
एलिजिबिलिटी फ्रीक्वेंसी
इंप्लॉयी आमतौर पर अपने सेवा के दौरान खास मकसद के लिए लिमिटेड नंबर में ही निकासी कर सकते हैं. इसलिए, प्रभावी ढंग से निकासी की योजना बनाने के लिए सावधानीपूर्वक विचार करना आवश्यक है.
डॉक्यूमेंटेशन
नौकरी करते हुए पीएफ निकासी के लिए आवेदन करते समय उचित डॉक्यूमेंट और सबूत, जैसे मेडिकल बिल्स, लोन रीपेमेंट रसीदें, या शादी का कार्ड, जमा करने की आवश्यकता होती है.
टैक्स इंप्लीकेशंस
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देश में रोजगार की अवधि और स्पेशल टैक्स लॉज के आधार पर, खास मकसद के लिए निकाली गई राशि टैक्सेबल हो भी सकती है और नहीं भी.
गौरतलब है कि इंप्लॉयी भविष्य निधि को रिटायरमेंट के वर्षों के दौरान कर्मचारियों के वित्तीय भविष्य को सुरक्षित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. हालांकि, मेडिकस एमर्जेंसी, शिक्षा, घर और शादी-विवाह जैसे खास खर्चों के लिए नौकरी के बीच में निकासी के प्रावधान हैं.