Rahul Gandhi Flying Kiss: नीतू सिंह के बयान पर भाजपा ने करारा वार किया है. नीतू सिंह के बारे में खबर है कि कांग्रेस उन्हें नीतीश कुमार की सरकार में मंत्री बनाने की भी तैयारी में है. नीतू सिंह 2011 का जिला पार्षद का चुनाव हार गईं और 2015 में सपा के टिकट पर विधायकी भी नहीं जीत पाई थीं.
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Rahul Gandhi Flying Kiss: राहुल गांधी के फ्लाइंग किस को लेकर विवाद थमने के बजाय और बढ़ता ही जा रहा है. भाजपा के महिला सांसदों ने जहां स्पीकर से राहुल गांधी की शिकायत की है, वहीं अब बिहार की एक विधायक ने अजीबोगरीब बयान देकर मामले को और तूल दे दिया है. एक निजी न्यूज चैनल से बातचीत करते हुए बिहार के नवादा से विधायक नीतू सिंह ने कहा, राहुल गांधी के लिए लड़कियों की कमी है क्या. अगर फ्लाइंग किस ही देना होगा तो वे किसी लड़की को देंगे. 50 साल की बूढ़ी महिला को वे क्या फ्लाइंग किस देंगे. लोकसभा में इस मामले को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने उठाया था तो जाहिर है नीतू सिंह का इशारा किसकी ओर था. नीतू सिंह ने यह भी कहा कि स्मृति ईरानी के आरोप निराधार हैं.
अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वालीं नीतू सिंह को 2020 में नवादा के हिसुआ की जनता ने विधायक चुना था. उन्होंने हिसुआ से भाजपा प्रत्याशी को मात दी थी. उनके ससुर स्व. आदित्य सिंह भी मंत्री रह चुके हैं. वह स्वयं जिला परिषद की अध्यक्ष रह चुकी हैं. इससे पहले 2001 में नीतू सिंह जिला परिषद सदस्य के रूप में चुनी गई थीं. 2006 में भी वे इस पद के लिए दोबारा चुनी गई थीं. इसी साल वे अध्यक्ष भी बन गईं. 2010 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर विधायकी लड़ी पर हार गईं.
नीतू सिंह के बयान पर भाजपा ने करारा वार किया है. नीतू सिंह के बारे में खबर है कि कांग्रेस उन्हें नीतीश कुमार की सरकार में मंत्री बनाने की भी तैयारी में है. नीतू सिंह 2011 का जिला पार्षद का चुनाव हार गईं और 2015 में सपा के टिकट पर विधायकी भी नहीं जीत पाई थीं. उसके बाद 2020 में कांग्रेस ने नीतू सिंह को चुनाव लड़ाया और नीतू सिंह ने अंतत: जनता का भरोसा हासिल कर ही लिया.
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नीतू सिंह के ससुर आदित्य सिंह राबड़ी देवी की सरकार में पशुपालन मंत्री थे और उन्होंने लगातार 28 सालों तक हिसुआ का प्रतिनिधित्व किया था. दबंग छवि वाले आदित्य सिंह 2005 में चुनाव हार गए थे. भाजपा के अनिल सिंह ने उन्हें मात दी थी. उसके बाद वे चुनाव नहीं लड़े. यह भी बताया जाता है कि 2020 के विधानसभा चुनाव से पहले नीतू सिंह मुखिया का चुनाव लड़ने की तैयारी में थीं.