NEET UG Exam: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने बताया है कि पिछले पांच साल में मेडिकल परीक्षा नीट-स्नातक (यूजी) के लिए विभिन्न राज्य बोर्ड में से सबसे अधिक आवेदन महाराष्ट्र के स्टूडेंट ने किया था. 2019 से 2023 तक देश की सबसे बड़ी प्रवेश परीक्षा में बैठने वाले अभ्यर्थियों की सबसे अधिक संख्या सीबीएसई से थी.
नई दिल्ली. NEET UG Exam: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने बताया है कि पिछले पांच साल में मेडिकल परीक्षा नीट-स्नातक (यूजी) के लिए विभिन्न राज्य बोर्ड में से सबसे अधिक आवेदन महाराष्ट्र के स्टूडेंट ने किया था. आवेदकों के मामले में कर्नाटक राज्य बोर्ड दूसरे स्थान पर है, जबकि उसके बाद तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश का स्थान है. इस साल नीट में 20.38 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए. यह संख्या 2019 में 14.10 लाख थी.
ये भी पढ़ें – CTET Admit Card 2023: CBSE ने जारी किया CTET परीक्षा 2023 का एडमिट कार्ड, ctet.nic.in पर ऐसे करें चेक
बता दें कि 2019 से 2023 तक देश की सबसे बड़ी प्रवेश परीक्षा में बैठने वाले अभ्यर्थियों की सबसे अधिक संख्या केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) से थी. इस साल, 5.51 लाख से अधिक आवेदक उस बोर्ड से थे, जो राष्ट्रीय स्तर पर 12वीं कक्षा की परीक्षा आयोजित करता है. हालांकि, राज्य बोर्ड में, नीट-यूजी यानी राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (स्नातक) के लिए आवेदन के मामले में महाराष्ट्र शीर्ष पर है.
एनटीए के आंकड़े के मुताबिक, इस साल, महाराष्ट्र राज्य बोर्ड से 2.57 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने परीक्षा के लिए आवेदन किया था. पिछले साल 2.31 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों ने नीट-यूजी के लिए आवेदन किया था. वहीं कर्नाटक राज्य बोर्ड से, इस साल 1.22 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने नीट-यूजी के लिए आवेदन किया था, जबकि पिछले साल यह संख्या 1.14 लाख थी. आंकड़े के अनुसार, तीसरे स्थान पर तमिलनाडु राज्य बोर्ड है, जिसके 1.13 लाख से अधिक छात्रों ने इस साल मेडिकल परीक्षा के लिए आवेदन किया. जबकि उत्तर प्रदेश राज्य बोर्ड से 1.11 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने नीट-यूजी के लिए आवेदन किया था. केरल राज्य बोर्ड से आवेदकों की संख्या 1.07 लाख से अधिक थी और बिहार राज्य बोर्ड से यह आंकड़ा 71,000 से अधिक थी.
ये भी पढ़ें – JNU PG 1st Merit List 2023: बस कुछ देर में जारी हो सकती है JNU PG एडमिशन की पहले मेरिट लिस्ट
इन राज्यों से मिले कम आवेदन
आवेदकों की सबसे कम संख्या त्रिपुरा राज्य बोर्ड (1,683), मिजोरम राज्य बोर्ड (1,844) और मेघालय राज्य बोर्ड (2,300) से थी. पांच हजार से कम नीट-यूजी आवेदकों वाले अन्य राज्य बोर्ड हैं – नगालैंड (2,422), गोवा (3,834) और उत्तराखंड (4,423).
इन कोर्स में मिलता है एडमिशन
नीट-यूजी बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी (एमबीबीएस), बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी (बीडीएस) और बैचलर ऑफ आयुर्वेद, मेडिसिन एंड सर्जरी (बीएएमएस) में प्रवेश के लिए योग्यता प्रवेश परीक्षा है. बैचलर ऑफ सिद्ध मेडिसिन एंड सर्जरी (बीएसएमएस), बैचलर ऑफ यूनानी मेडिसिन एंड सर्जरी (बीयूएमएस) और बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी (बीएचएमएस) और बीएससी (एच) नर्सिंग पाठ्यक्रम के लिए भी नीट-यूजी योग्यता परीक्षा है. देश के 540 से अधिक चिकित्सा महाविद्यालयों में 80,000 से अधिक एमबीबीएस सीट हैं.
ये भी पढ़ें – Career In Game Designer: 12वीं के बाद करें गेम डिजाइन का कोर्स, लाखों में होगी कमाई, लाइफ होगी सेट,
कौन करता है परीक्षा का आयोजन
एनटीए मई 2019 से स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से नीट-यूजी का आयोजन कर रहा है. इससे पहले, नीट-यूजी का आयोजन सीबीएसई द्वारा किया जाता था. इस वर्ष 20.38 लाख अभ्यर्थियों में से 11.45 लाख ने परीक्षा उत्तीर्ण की, जो पिछले वर्ष से 48 प्रतिशत अधिक है.
नीट क्लियर करने वाले अभ्यर्थियों का आंकड़ा
एनटीए के अनुसार, नीट परीक्षा पास करने वालों में उत्तर प्रदेश के अभ्यर्थियों की संख्या सबसे अधिक (1.39 लाख) थी, इसके बाद महाराष्ट्र (1.31 लाख) और राजस्थान (एक लाख से अधिक) थी. केरल और कर्नाटक भी शीर्ष पांच राज्यों में शामिल हैं, इनमें से प्रत्येक राज्य से 75,000 से अधिक अभ्यर्थियों ने परीक्षा उत्तीर्ण की.
विदेश में भी आयोजित होती है परीक्षा
एनटीए ने इस साल सात मई को भारत और विदेश के 499 शहरों में 4,097 केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की थी. यह भारत के बाहर 14 शहरों- अबू धाबी, बैंकॉक, कोलंबो, दोहा, काठमांडू, कुआलालंपुर, लागोस, मनामा, मस्कट, रियाद, शारजाह, सिंगापुर, दुबई और कुवैत सिटी में आयोजित की गई थी. परीक्षा 13 भाषाओं- असमिया, बांग्ला, अंग्रेजी, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, मलयालम, मराठी, उड़िया, पंजाबी, तमिल, तेलुगु और उर्दू में आयोजित की गई थी.