RBI ने इस हफ्ते UPI (Unified Payment Interface) से प्री अप्रूव्ड लोन सर्विस जोड़ने की मंजूरी दे दी. अब कस्टमर्स प्री सेंक्शन्ड या प्री अप्रूव्ड लोन या क्रेडिट लाइन से यूपीआई कर पाएंगे.
नई दिल्ली. देश में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस यानी UPI और उपभोक्ता क्रेडिट बाजार के उपयोग को बढ़ाने के लिए, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अब प्री अप्रूव्ड लोन सुविधा को यूपीआई प्रणाली में शामिल करने सुविधा दे दी है. केंद्रीय बैंक ने सोमवार को कहा कि यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) सिस्टम में अब से प्री सेंक्शन्ड या प्री अप्रूव्ड लोन या क्रेडिट लाइन को भी शामिल किया जा रहा है. अभी तक UPI के जरिए सिर्फ जमा रकम का ही लेनदेन किया जा सकता था.
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गौरतलब है कि केंद्रीय बैंक ने अप्रैल में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) का दायरा बढ़ाने का प्रस्ताव रखा था. अभी तक यूपीआई सिस्टम के जरिये सिर्फ जमा रकम का ही लेनदेन किया जा सकता था और फिलहाल बचत खाते, ओवरड्रॉफ्ट खाते, प्रीपेड वॉलेट और क्रेडिट कार्ड को यूपीआई से जोड़ा जा सकता है. चलिए जानते हैं आप कैसे इसका फायदा उठा सकते हैं.
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क्या है UPI Pre approved loan और कैसे उठाएं लाभ
बैंकों की तरफ से जारी प्री अप्रूव्ड लोन फैसिलिटी को भी यूपीआई सिस्टम में शामिल करने से ग्राहकों को इसका बड़ा फायदा मिलेगा. इस सुविधा के आने से कस्टमर्स बिना किसी क्रेडिट कार्ड के पेमेंट कर सकेंगे. जैसे आप बैंक से लोन के लिए अप्लाई करते हैं, उसी तरह आपको एक एप्लीकेशन डालना होगा, जिसके बाद आपका फाइनेंशियल रिकॉर्ड चेक किया जाएगा. इसमें आपकी इनकम हिस्ट्री, क्रेडिट हिस्ट्री, रीपेमेंट हिस्ट्री, क्रेडिट स्कोर वगैरह चेक किया जाएगा. इसके बाद बैंक आपको प्री अप्रूव्ड क्रेडिट लाइन दे देगा, जिसे आप अपनी जरूरत के हिसाब से यूज़ कर सकेंगे.
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UPI ट्रांजेक्शन का आंकड़ा 10 अरब के पार
केंद्रीय बैंक के मुताबिक, ऐसा होने से लागत कम हो सकती है और भारतीय बाजारों के लिए अनूठे उत्पादों के विकास में मदद मिल सकती है. मोबाइल उपकरणों के माध्यम से 24 घंटे तत्काल धन हस्तांतरण के लिए उपयोग किए जाने वाले यूपीआई से लेनदेन अगस्त में 10 अरब का आंकड़ा पार कर गया. जुलाई में यूपीआई लेनदेन का आंकड़ा 9.96 अरब था.