Home Loan EMI: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की तरफ से रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद होम लोन लेने वालों को ब्याज दर में 2.5% या इससे भी ज्यादा बढ़ोतरी का सामना करना पड़ रहा है. इसका मतलब यह हुआ कि यदि ब्याज दर 7% से बढ़कर 9.25% हो जाती है, तो होम लोन लेने वाले को 20 साल के लिए लिये गए 40 लाख रुपये के होम लोन पर करी 15 लाख रुपये का अतिरिक्त ब्याज देना होगा.
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अगर आरबीआई (RBI) की तरफ से रेपो रेट कम होता है तब ही ब्याज दर में गिरावट आने की संभावना है. लेकिन यदि आप लोन के री- पेमेंट में कुछ समझदारी करें तो आपको ब्याज कम देना होगा.
आशिंक प्रीपेमेंट करने की आदत
ईएमआई आपके लोन की ब्याज की राशि और प्रिंसिपल दोनों से प्रभावित होती है. यानी आपका प्रिंसिपल अमाउंट जितना ज्यादा होगा, ईएमआई में इंटरेस्ट कम्पोनेंट भी उतना ही ज्यादा होगा. यदि आप धीरे-धीरे बैंक के बकाया मूलधन को कम कर सकते हैं, तो ब्याज का हिस्सा भी कम हो जाएगा. इससे आप प्रिंसिपल अमाउंट का भी ज्यादा तेजी से भुगतान कर पाएंगे. और मूलधन का पुनर्भुगतान अधिक होगा. आशिंक प्रीपेमेंट यही है. जानकार भी कहते हैं आप जितना जल्दी प्रीपेमेंट प्लान तैयार कर लेंगे, आपका ब्याज भी उतना ही तेजी से कम होगा.
लोन प्री-पेमेंट की ताकत
लोन को समय से पहले खत्म करने के लिए जरूरी नहीं कि आप बड़ा अमाउंट ही प्री-पेमेंट के रूप में करें. आप छोटी-छोटी राशि से भी प्री-पेमेंट करके लंबा समय बचा सकते हैं. उदाहरण के लिए यदि आपने 20 साल के लिए 7% ब्याज दर पर 50 लाख रुपये उधार लिए हैं तो आपका 43.03 लाख रुपये और आपकी ईएमआई 38,765 रुपये होगी. यदि आप लोन की शुरुआत में एक ईएमआई का भी समय से पहले पेमेंट करते हैं तो आपके लोन का टेन्योर तीन महीने कम हो जाएगा. इससे आप समझ सकते हैं कि किसी भी प्रकार के लोन में प्री-पेमेंट की क्या ताकत होती है.
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प्री-पेमेंट के समय किस योजना का ध्यान रखें?
आपकी तरफ से प्री-पेमेंट करने पर बैंक किसी भी प्रकार का चार्ज नहीं लेता है. इसलिए यदि आप 20 साल की अवधि के लिए लोन लेते हैं और पहले दिन से ही प्री-पेमेंट शुरू कर देते हैं तो इसका फायदा आपको लोन के टेन्योर कम होने में मिलता है. प्री-पेमेंट की प्लानिंग करते समय यह भी ध्यान रखें कि आप अपने बजट के अनुसार ही प्री-पेमेंट करें. प्री-पेमेंट के साथ आपके लिए नियमित ईएमआई का भुगतान जारी रखना भी जरूरी है. इसलिए चाहे छोटा ही हो, प्री-पेमेंट की आदत जरूरी होनी चाहिए.
ऐसे कई तरीके हैं जिनसे आप अपनी जरूरतों का आकलन करने के बाद प्री-पेमेंट की योजना बना सकते हैं. जानकार बताते हैं कि आप अपने लोन को जल्दी बंद करने के लिए कुछ उपाय अपना सकते हैं. इसमें पहला यह कि आप हर साल एक एक्सट्रा ईएमआई से भी समय से पहले भुगतान कर सकते हैं. दूसरा आप हर साल लोन का 5-10% समय से पहले भुगतान कर दें. तीसरा यह कि आप हर साल बकाया लोन का 5-10% का समय से पहले भुगतान कर दें.
अब अगर 40 लाख रुपये की होम लोन की बात करें तो कैलकुलेशन कुछ इस तरह होती है-
1.) लोन की राशि- 40 लाख रुपये
2.) लोन का टेन्योन-20 साल
3.) ब्याज दर- 9.5% सालाना
4.) मंथली ईएमआई-37,285 रुपये
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लेकिन यदि आप हर साल की शुरुआत में एक ईएमआई का अतिरिक्त भुगतान करते हैं तो आपको 11.73 लाख रुपये की बचत होगी. यानी आपकी हजारों रुपये की एक्सट्रा ईएमआई देने की ट्रिक 11.73 लाख रुपये तक की बचत करा सकती है. आपको 49.48 लाख रुपये की बजाय कुल 37.75 लाख रुपये के ब्याज का भुगतान करना होगा. इतना ही नहीं आपका होम लोन 20 साल की बजाय 16 साल एक महीने में पूरा हो जाएगा.
एक तरीका यह भी
यदि आप अपनी ईएमआई 10% तक बढ़ाने का फैसला करते हैं. इस तरह 37,285 रुपये की ईएमआई के लिए आप 41,014 रुपये का भुगतान करते हैं तो आपको ब्याज के भुगतान पर 16.89 लाख रुपये की बचत होगी. इतना ही नहीं आपका लोन 20 साल की बजाय 14 साल एक महीने में पूरा हो जाएगा. इसी तरह यदि आप हर साल 50,000 रुपये का प्री-पेमेंट करने का फैलसा लेते हैं तो आप ब्याज के भुगतान पर 14.47 लाख रुपये बचा सकते हैं. साथ ही आपका लोन 20 साल की बजाय 15 साल में बंद हो जाएगा.