WPI Inflation: थोक महंगाई दर में सितंबर में लगातार छठे महीने गिरावट आई है. सिंतबर में यह शून्य से 0.26 फीसदी नीचे यानी -0.26 फीसदी रही है.
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नई दिल्ली. फेस्टिव सीजन में महंगाई के मोर्चे पर राहत भरी खबर है. दरअसल, खुदरा महंगाई में कमी के बाद अब थोक महंगाई के आंकड़ों ने भी लोगों को राहत दी है. थोक महंगाई (WPI Inflation) में सितंबर में लगातार छठे महीने गिरावट आई है. सिंतबर में यह शून्य से 0.26 फीसदी नीचे यानी -0.26 फीसदी रही है.
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के मुताबिक, यह लगातार छठा महीना रहा जब थोक महंगाई दर निगेटिव जोन में रही. पिछले साल सितंबर 2022 में यह 10.55 फीसदी पर था और अगस्त 2023 में यह -0.52 फीसदी पर था. पिछले महीने यह पॉजिटिव जोन की तरफ बढ़ा लेकिन अभी भी यह निगेटिव जोन में है.
खाद्य वस्तुओं की महंगाई में बड़ी गिरावट
खाद्य वस्तुओं की महंगाई पिछले दो महीनों में दोहरे अंक में रहने के बाद, सितंबर में घटकर 3.35 फीसदी हो गई. अगस्त में यह 10.60 फीसदी थी.
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मंत्रालय ने बताया कारण
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने सोमवार को कहा, ”सितंबर 2023 में मुख्य रूप से पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में रासायनिक और रासायनिक प्रोडक्ट्स, खनिज तेल, कपड़ा, बुनियादी धातुओं और फूड प्रोडक्ट्स की कीमतों में गिरावट के कारण महंगाई कम हुई.’’
सितंबर में खुदरा महंगाई दर घटकर 5.02 फीसदी पर पहुंची
बता दें कि खुदरा महंगाई 2 महीने के अंतराल के बाद फिर से आरबीआई के संतोषजनक दायरे में आ गई है. नेशनल स्टैटिकल ऑफिस (NSO) की ओर से पिछले सप्ताह जारी आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर में खुदरा महंगाई सालाना आधार पर घटकर 3 महीनों के निचले स्तर 5.02 फीसदी पर आ गई.
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सब्जियों एवं ईंधन की कीमतें कम होना इसकी मुख्य वजह रही. अगस्त में खुदरा महंगाई 6.83 फीसदी पर थी. जुलाई में ये 7.44 फीसदी थी.