All for Joomla All for Webmasters
लाइफस्टाइल

मृत इंसान के नाक-कान में रूई क्‍यों डाली जाती है? पूछा गया सवाल, इसके पीछे धार्मिक और वैज्ञान‍िक कारण

Nag Kan Royi

डेडबॉडी के नाक और कान में रुई डालना कोई नई बात नहीं है, लेकिन क्‍या आपको पता है कि ऐसा क्‍यों होता है. अजबगजब नॉलेज सीरीज के तहत आइए जानते हैं इसके पीछे का धार्मिक और वैज्ञानिक कारण.

ये भी पढ़ें – सर्दियों में सुबह नंगे पैर घास पर चलना फायदेमंद? सेहत पर किस तरह होता है असर, डॉक्टर ने जानें काम की बात

आपने देखा होगा कि जब भी कोई इंसान मर जाता है तो मृत शरीर के नाक-कान में रूई डाल दी जाती है. अस्‍पताल से बाहर निकलते शवों को आपने देखा होगा. क्‍या धार्मिक वजहों से ऐसा किया जाता है, या फ‍िर इसके पीछे कोई साइंस है? ऑनलाइन प्‍लेटफार्म कोरा पर यही सवाल पूछा गया. कई यूजर्स ने अपनी जानकारी के ह‍िसाब से जवाब दिए, लेकिन अजबगजब नॉलेज सीरीज के तहत आइए जानते हैं, इसके पीछे की हकीकत.

ये भी पढ़ें – Health Tips: सप्ताह में इस दिन न खाएं नमक! वैज्ञानिक के साथ-साथ धार्मिक महत्व, जानें वजह

कुछ महीनों पर पहले जब मशहूर अभ‍िनेत्री श्रीदेवी की मौत हुई थी, तो उनकी एक तस्‍वीर खूब वायरल हुई थी. तस्‍वीर में उन्‍हें साड़ी पहने और शृंगार किए हुए देखा जा सकता था. लेकिन उनकी नाक और कान में भी रूई लगी हुई थी. तब ये सवाल उठा था कि आख‍िर ऐसा क्‍यों होता है? तो बता दें कि इसके पीछे साइंस है. एक यूजर ने लिखा, मरे हुए इंसान के नाक और कान में रूई डालने का कारण यह होता है कि मरने के बाद भी नाक से हवा पेट में जा रही होती है. लाश को हिलाने या उठाने के क्रम में, ऐसे में पेट में हवा चली जाती है. इसके कारण पेट फूल जाता है. परिणामस्वरूप लाश विकृत और भारी भी हो जाती है. यहां तक क‍ि कभी कभी पेट फटने का भी डर हो जाता है.

ये भी पढ़ें – प्रेग्नेंसी में घातक है थायराइड का बढ़ना, बच्चे को हो सकता नुकसान, डॉक्टर से जानें लक्षण और बचाव के उपाय

क्‍या कहता है साइंस
ये तो हुई एक बात, लेकिन साइंस इसके पीछे कुछ और ही है. वैज्ञानिक मान्‍यताओं के मुताबिक, मृतक शरीर के अंदर कोई कीटाणु न जा सके इसलिए नाक और कान को रूई से बंद कर दिया जाता है. इसके अलावा मृत शरीर के नाक से एक द्रव निकलता है जिसे रोकने के लिए रुई का इस्तेमाल किया जाता है. यदि मृतक को कोई बीमारी हो तो मरने के बाद पेट से हवा भी निकलती है, जिससे क‍ि बैक्टीरिया बाहर आने के कारण वहां पर गमगीन लोगों को भी बीमारी के अंश लग सकते हैं. इसलिए नाक में रुई डाल दिया जाता है ताक‍ि यह संक्रमण न फैले.

धार्मिक कारण भी जान लीजिए
इसके पीछे धार्मिक कारण भी है. गरुण पुराण के मुताबिक, मृत शरीर के खुले हुए हिस्‍सों में सोने के टुकड़े रखने का प्रावधान है. इसे शरीर के 9 अंगों में रखा जाता है. चूंकि सोने के टुकड़े गिरने का डर होता है, इसल‍िए इन अंगों को रूई लगाकर बंद कर दिया जाता है. ताकि जब डेड बॉडी को श्मशान घाट ले जाया जाए तो सोने के ये टुकड़े ग‍िरने न पाएं. माना जाता है कि सोने के ये टुकड़े बहुत पवित्र होते हैं, इसे मृत शरीर पर रखने से आत्मा को शांति मिलती है.

Source :
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

लोकप्रिय

To Top