नई दिल्ली. भारत में अब म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) का क्रेज बढ़ता जा रहा है. ज्यादा रिटर्न के लिए लोग अब जोखिम उठाने को भी तैयार हैं.
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यही म्यूचुअल फंड के लोकप्रिय होने की प्रमुख वजह है. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स ऑफ इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के अनुसार, नवंबर, 2023 में लगातार 33वें महीने इक्विटी आधारित म्यूचुअल फंड्स में नेट इनवेस्टमेंट देखने को मिला. पिछले महीने 15,536.42 करोड़ रुपये का नेट इनवेस्टमेंट म्यूचुअल फंड्स में रहा.
नवंबर महीने में म्यूचुअल फंड्स का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 49.04 लाख करोड़ रुपये पर जा पहुंचा है जो कि अब तक का उच्चतम स्तर है.हालांकि, म्यूचुअल फंड के नेट इनफ्लो में मासिक आधार पर 22 फीसदी की गिरावट आई है. नवंबर में जहां नेट इनफ्लो 15,536.42 करोड़ रुपये था, वहीं एक महीने पहले यानी अक्टूबर में यह 19,957.17 करोड़ रुपये था. नवंबर 2023 में SIP के जरिए किया जाने वाला निवेश रिकॉर्ड हाई पर जा पहुंचा है.
नवंबर महीने में पहली बार 17,000 करोड़ रुपये से ज्यादा सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश आया है.
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फायदेस्मॉल कैप सबसे लोकप्रिय AMFI के आंकड़ों के मुताबिक, स्मॉल मार्केट कैप पर आधारित फंडों की मांग सबसे है. इक्विटी कैटगरी में स्मॉल कैप फंडों में नवंबर, 2023 में 3,699.24 करोड़ रुपये का इनफ्लो रहा.
वहीं, स्मॉल कैप फंडों का नेट इनवेस्टमेंट जनवरी से अब तक 37,178 करोड़ रुपये रहा है. निवेशकों की दूसरी पसंद मिड कैप फंड हैं. नवंबर में मिड कैप फंडों में 2,665.70 करोड़ रुपये निवेशकों ने लगाए. अगर पूरे साल की बात करें तो मिड कैप फंडों का इनवेस्टमेंट 21,520 करोड़ रुपये अब तक हो गया है.
वहीं, इसके उलट, जनवरी से अब तक लार्ज कैप फंडों का नेट आउटफ्लो 2,687 करोड़ रुपये रहा है. नवंबर में लार्ज कैप फंडों का नेट इंफ्लो 307 करोड़ रुपये रहा.SIP पसंदीदा ऑप्शन म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी एसआईपी का इस्तेमाल खूब कर रहे हैं.
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नवंबर में 14.1 लाख नए सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान के तहत निवेश के लिए अकाउंट्स खुले हैं और SIP अकाउंट्स की संख्या बढ़कर 7.44 करोड़ हो गई. यह ऐतिहासिक हाई लेवल है. नवंबर में SIP के जरिए 17,073 करोड़ रुपये का निवेश आया है, जबकि अक्टूबर 2023 में 16,928 करोड़ रुपये का निवेश आया था.