Delhi IGI Airport Likely to be Get Body Scanners: मई 2024 तक दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर फुल बॉडी स्कैनर और कंप्यूटर टोमोग्राफी एक्स-रे स्कैनर लगाए जाने की संभावना है.
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इस तरह के स्कैनर दुनिया भर में ज्यादातर बड़े हवाई अड्डों पर पहले से ही मौजूद हैं. उम्मीद है कि ये मशीनें मिलकर फ्लाइट से पहले यात्रियों की सुरक्षा जांच में लगने वाले समय को घटा देंगी. जिससे व्यस्त हवाई अड्डों पर भीड़भाड़ और इंतजार में लगने वाले समय को कम करने में मदद मिलने की उम्मीद है.
नई दिल्ली. नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) के महानिदेशक जुल्फिकार हसन (Zulfiquar Hasan) के मुताबिक मई 2024 तक दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय (IGI) हवाई अड्डे पर फुल बॉडी स्कैनर (Full Body Scanners) और कंप्यूटर टोमोग्राफी एक्स-रे (CTX) स्कैनर लगाए जाने की संभावना है. इनको लगाए जाने का काफी लंबे समय से इंतजार किया जा रहा था. इस तरह के स्कैनर दुनिया भर में ज्यादातर बड़े हवाई अड्डों पर पहले से ही मौजूद हैं. इनसे मेटल डिटेक्टर और मैनुअल तलाशी की तुलना में यात्रियों की तेज और कठोर जांच संभव हो पाती है. सीटीएक्स स्कैनर का उपयोग केबिन या कैरी-ऑन बैगेज की जांच के लिए किया जाता है. इसमें यात्रियों की जांच के लिए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और तरल पदार्थों को अलग करने की जरूरत नहीं होती है.
उम्मीद है कि दोनों मशीनें मिलकर फ्लाइट से पहले यात्रियों की सुरक्षा जांच में लगने वाले समय को घटा देंगी. जिससे व्यस्त हवाई अड्डों पर भीड़भाड़ और इंतजार में लगने वाले समय को कम करने में मदद मिलने की उम्मीद है. इस साल की शुरुआत में बीसीएएस ने सालाना 1 करोड़ से अधिक यात्रियों और 50 लाख यात्रियों को संभालने वाले सभी हवाई अड्डों को 31 दिसंबर तक फुल बॉडी स्कैनर और सीटीएक्स स्कैनर लगाने का निर्देश दिया था.
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हालांकि कुछ ‘नियम संबंधी मुद्दों’ के कारण इस प्रक्रिया और स्कैनर लगाने की पहल में देरी हुई है. मगर अब मई तक आईजीआई एयरपोर्ट से इसकी शुरुआत होने की उम्मीद है.
जीएमआर द्वारा संचालित आईजीआई हवाई अड्डा भारत का सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है. 2022-23 (वित्तीय वर्ष 23) में यहां से 6.5 करोड़ से अधिक यात्रियों ने उड़ान पकड़ी है. वित्तीय वर्ष 24 में यहां से यात्रियों की संख्या 7 करोड़ को पार करने का अनुमान है. दिल्ली हवाईअड्डे पर एक विस्तार परियोजना भी चल रही है. जिससे जल्द ही इसकी सालाना यात्री प्रबंधन क्षमता 10 करोड़ से अधिक हो जाएगी. हवाई अड्डों के व्यापार संघ, एयरपोर्ट्स काउंसिल इंटरनेशनल (ACI) ने दिल्ली हवाई अड्डे को 2022 में दुनिया भर में दस सबसे व्यस्त हवाई अड्डों में जगह दी थी.
जुल्फिकार हसन ने कहा कि इन मशीनों को लगाने के लिए एक व्यापक समय सीमा जारी करने के बजाय बीसीएएस हवाईअड्डा-वार आगे बढ़ेगा. इन मशीनों को विदेशी निर्माताओं के साथ अनुबंध के जरिये हवाईअड्डा ऑपरेटरों द्वारा खरीदा जा रहा है. जिसके कारण उनकी खरीद में देरी हो रही है.
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इसके अलावा कुछ हवाई अड्डों ने बीसीएएस से 31 दिसंबर की समय सीमा पर फिर से विचार करने का अनुरोध किया था. क्योंकि वे अभी भी सीटीएक्स स्कैनर की अपनी जरूरत और हवाई अड्डे के टर्मिनलों पर मशीनों को लगाने के तौर-तरीकों पर फैसला लेने की प्रक्रिया में थे.