Seat Sharing in UP 2024 Election: पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और सपा में सीट शेयरिंग को लेकर तनातनी देखी गई थी. अगला मिशन 2024 का लोकसभा चुनाव है. आज दिल्ली में विपक्षी I.N.D.I.A गठबंधन की बैठक है और एक दिन पहले ही कांग्रेस की मीटिंग में यूपी के नेताओं ने अखिलेश यादव से सीट शेयरिंग की बात रखी.
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कल से कांग्रेस की उत्तर प्रदेश जोड़ो यात्रा भी शुरू हो रही है. माना जा रहा था कि राज्यों के चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद दूसरे दल गठबंधन में हावी हो सकते हैं लेकिन कांग्रेस अब भी कमान अपने हाथ में रखना चाहती है. उसे पता है कि इसी से पीएम कैंडिडेट का रास्ता भी निकलेगा. अब सबसे ज्यादा लोकसभा सीटों वाले यूपी में सपा के साथ सीट शेयरिंग का फॉर्मूला ढूंढना कांग्रेस के लिए आसान नहीं है.
बड़ा दिल कौन करेगा?
पहले सपा 9 से कम सीटें कांग्रेस को देने के लिए तैयार दिख रही थीं लेकिन यूपी कांग्रेस के नेता इस पर राजी नहीं हैं. कुछ घंटे पहले सपा के प्रवक्ता सुनील साजन ने एक टीवी डिबेट में महत्वपूर्ण बात कही. उन्होंने कहा कि किसी को मन (दिल) बड़ा करना होगा, किसी को त्याग करना पड़ेगा, ये सब चीजें होंगी. कुछ समय पहले सपा नेता ने सीट शेयरिंग को लेकर कहा था कि जब यूपी में आएंगे तब हम तय करेंगे. वह एमपी में कांग्रेस से डील करना चाह रहे थे लेकिन बात नहीं बनी. ऐसे में सवाल पूछा जा रहा है कि क्या सपा उतना ही बलिदान करेगी जितना कांग्रेस पार्टी ने एमपी में किया था?
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यूपी जोड़ो यात्रा निकाल रही कांग्रेस
यूपी में कांग्रेस की यात्रा सहारनपुर के गंगोह से शुरू होगी. सबसे पहले मां शाकुंभरी का दर्शन-पूजन होगा. भारत जोड़ो यात्रा के बाद उत्तर प्रदेश में ‘यूपी जोड़ो यात्रा’ को महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इसे सफल बनाने के लिए कांग्रेस ने 36 सदस्यीय कमेटी का गठन किया है. योगेश दीक्षित की अध्यक्षता वाली समिति में मनोज यादव और पंखुड़ी पाठक भी शामिल हैं. कल पश्चिम यूपी के सहारनपुर जिले से शुरू होकर यात्रा मुजफ्फरनगर, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी और सीतापुर तक जाएगी. यात्रा 20 दिनों तक चलने की उम्मीद है और 10 जनवरी को समाप्त होगी. यह 11 जिलों से होकर गुजरेगी और करीब 15 लोकसभा क्षेत्रों को कवर किया जाएगा.
कांग्रेस नेताओं ने बताया है कि गंगोह में सूफी संत हजरत कुतुबे आलम की दरगाह पर चादर भी चढ़ाई जाएगी. इस यात्रा को सीतापुर तीर्थ स्थल नैमिषारण्य में समाप्त करने की योजना है. यात्रा के दौरान रैली कर जनता की समस्याओं को उठाया जाएगा और आम लोगों को पार्टी से जोड़ने पर फोकस किया जाएगा.
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यात्रा में शामिल होने के लिए प्रदेश कमेटी की ओर से राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को भी न्योता भेजा गया है. कांग्रेस की यूपी में तैयारी को देखते हुए यह नहीं लगता कि वह इकाई वाली सीटों पर सहमत होगी. ऐसे में बड़ा सवाल यही है कि त्याग कौन करेगा? शायद कुछ घंटे बाद फॉर्मूला पता चल जाए.