Investment Tips : नीति आयोग ने हाल में विजन 2047 पेश किया है, जिसमें बताया है कि अगले 25 साल में भारत कहां खड़ा होगा. इसी आधार पर दिग्गज निवेशकों की टीम ने एक आकलन तैयार किया है कि देश में म्यूचुअल फंड का आकार भी इस दौरान तेजी से बढ़ेगा और निवेशकों को जबरदस्त फायदा होगा.
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नई दिल्ली. महंगाई और मंदी जैसी चुनौतियों को पार करके भारतीय अर्थव्यवस्था अब तेजी की राह पर है. इसका फायदा देश-दुनिया के निवेशकों को मिल रहा है. भारतीय शेयर बाजार ने साल 2023 में 10 हजार अंकों का उछाल हासिल किया और म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री ने भी 50 लाख करोड़ की संपत्ति का ऐतिहासिक आंकड़ा पार कर लिया है. ऐसे में देश के दिग्गज निवेश एक्सपर्ट और खिलाडि़यों ने अनुमान जताया है कि आने वाले 25 साल तक म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में गिरावट नहीं आएगी.
महिंद्रा मैनुलाइफ म्यूचुअल फंड के एमडी और सीईओ एंथनी हरेडिया, सीआईओ कृष्णा सांघवी और सीएमओ जतिंदरपाल सिंह ने आर्थिक विशेषांक भारत-2047 के जरिये अर्थव्यवस्था की तेजी और निवेश के विकल्पों का खुलासा किया. उन्होंने कहा, साल 2047 तक भारत तेजी से विकास करेगा. इसकी अर्थव्यवस्था नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगी. इस दौरान शेयर बाजार से लेकर म्यूचुअल फंड और कॉरपोरेट तक में अच्छी तेजी रहने के पूरे संकेत हैं. निवेश प्लेटफॉर्म चतुर इनवेस्टमेंट के सीईओ संदीप भुशेट्टी ने बताया कि भारत ने हाल ही में आज़ादी का अमृत महोत्सव मनाया है. इसमें सरकार ने साफ विजन बताया है कि 25 साल बाद भारतीय अर्थव्यवस्था कहां रहेगी.
किस सेक्टर में सबसे ज्यादा तेजी
सरकार ने विजन 2047 में साफ बताया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था को सबसे ज्यादा तेजी इन्फ्रा सेक्टर से मिलेगी. यहां 2024 से 2030 तक ही करीब 143 लाख करोड़ रुपये के निवेश का अनुमान है. जाहिर है कि इन सेक्टर से जुड़ी कंपनियों में भी इस दौरान तेजी दिखेगी और इसका सीधा फायदा शेयर बाजार और म्यूचुअल फंड को मिलेगा.
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इसके अलावा रियल एस्टेट सेक्टर में भी आने वाले 2047 तक जबरदस्त उछाल आने की संभावना है. नाइट फ्रैंक की ओर से जारी हालिया रिपोर्ट में बताया गया है कि 25 साल बाद यानी 2047 में भारत का रियल एस्टेट मार्केट 58 खरब डॉलर का हो जाएगा. अभी इसका कुल आकार 477 अरब डॉलर है. इसका मतलब है कि रियल एस्टेट सेक्टर में कई गुना बढ़ोतरी होगी. भारत के कुल औद्योगिक उत्पादन में इस सेक्टर का योगदान भी बढ़कर 15.5 फीसदी हो जाएगा, जो अभी 7.3 फीसदी है. जाहिर है कि इस सेक्टर से जुड़ी कंपनियों और म्यूचुअल फंड में भी जबरदस्त तेजी रहेगी.
इसलिए डिमांड बढ़ने का अनुमान
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि देश के आर्थिक विकास के साथ निजी खपत भी तेजी से बढ़ेगी और लोगों के हाथ में पैसा आएगा तो निवेश भी कई गुना बढ़ जाएगा. रिपोर्ट में कहा गया है कि अभी भारत 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है, लेकिन 2047 तक यह दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है. इस दौरान प्रति व्यक्ति आय 15 हजार डॉलर यानी करीब 12.45 लाख रुपये हो जाएगी. जाहिर है कि लोगों के हाथ में पैसा आएगा तो वे अच्छी योजनाओं में निवेश करेंगे.
आंकड़े बताते हैं कि साल 2030 तक कुल निवेश बढ़कर 195.5 लाख करोड़ रुपये तो 2040 तक 591 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा. यह आंकड़ा 2047 तक 1,273 लाख करोड़ रुपये के भी पार चला जाएगा. इसका फायदा भारतीय बाजार को मिलेगा और म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री का आकार भी तेजी से बढ़ता जाएगा.
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हजार की शुरुआत बना देगी करोड़पति
इस दौरान अगर कोई व्यक्ति सिर्फ 6 हजार रुपये हर महीने का निवेश सिप के जरिये म्यूचुअल फंड में करना शुरू कर दे तो वह 2047 तक आराम से करोड़पति हो जाएगा. 25 साल में कुल निवेश महज 18 लाख रुपये का होगा, जबकि इस पर 12 फीसदी सालाना का रिटर्न भी देखा जाए तो मेच्योरिटी पर 1.13 करोड़ रुपये का कुल रिफंड मिलेगा. यानी आप 6 हजार से शुरू करके भी करोड़पति बन जाएंगे.