Best Tax Saving Investment Options- देश में ऐसे कई स्कीम्स चल रही हैं जिनमें पैसा डालने पर अच्छा रिटर्न तो मिलता ही है, साथ ही टैक्स छूट भी मिलती है. टैक्स छूट हासिल करने के लिए पुरानी कर व्यवस्था अपनाकर आईटीआर फाइल करनी होगी.
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नई दिल्ली. कड़ी मेहनत से कमाए अपने पैसे को सही जगह निवेश करना बहुत जरूरी है. यही कारण है कि हर कोई ऐसे विकल्पों की तलाश में रहते हैं, जिसमें उन्हें शानदार रिटर्न मिले. अगर आप आयकरदाता हैं तो आपके लिए टैक्स बचाना भी महत्वपूर्ण हो जाता है. नया साल शुरू हो चुका है. ऐसे में आपके लिए भी ये बहुत जरूरी है कि आप टैक्स प्लानिंग शुरू कर दें. टैक्स प्लानिंग करते वक्त ऐसे निवेश विकल्पों पर गौर करना चाहिए जिनसे आपको अच्छा रिटर्न तो मिले ही साथ ही टैक्स बेनिफिट भी हो. बाजार में ऐसे बहुत से ऑप्शंस मौजूद हैं.
आपको यहां यह जरूर पता होना चाहिए कि किसी योजना में निवेश करने पर आपको टैक्स बेनिफिट तभी हो सकता है जब आप पुरानी टैक्स व्यवस्था अपनाकर इनकम टैक्स रिटर्न भरते हैं. अगर आप न्यू टैक्स रिजीम को चुनते हैं तो आपको टैक्स बेनिफिट नहीं मिलेंगे. तो आइए, आज उन पांच स्कीमों के बारे में जानते हैं जिनमें पैसा लगाकर न केवल आप अच्छा-खासा ब्याज अर्जित करेंगे बल्कि आपको टैक्स छूट भी मिलेगी.
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पीपीएफ
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) सर्वाधिक लोकप्रिय सेविंग्स स्कीम है. इस सुरक्षित निवेश योजना में शानदार ब्याज तो मिलता ही है, साथ ही टैक्स बचत भी होती है.फिलहाल पीपीएफ खाते में जमा रकम पर सरकार 7.1 प्रतिशत की दर से ब्याज दे रही है.यह EEE कैटेगरी की स्कीम है. इसका मतलब है कि इसमें हर साल जमा करवाई जाने वाली राशि पर टैक्स नहीं लगता, इस राशि पर प्रति वर्ष हासिल होने वाला ब्याज और मैच्योरिटी के समय मिलने वाली पूरी राशि टैक्स फ्री होती है. पीपीएफ अकाउंट में प्रति वर्ष कम से कम 500 रुपये तथा अधिकतम 1,50,000 रुपये तक जमा करवाए जा सकते हैं.
एनपीएस (NPS)
अगर आप टैक्स बचाना चाहते हैं तो नेशनल पेंशन सिस्टम यानी एनपीएस में पैसे लगा सकते हैं.अएनपीएस एक ऐसा विकल्प है, जो शानदार रिटर्न देता है और खूब टैक्स सेविंग कराता है. पिछले 5 साल में इसने औसतन 8 फीसदी से ज्यादा सालाना रिटर्न भी दिया है. आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80CCD (1), धारा 80CCD (1B), और धारा 80CCD (2) के तहत इस योजना में किए गए निवेश पर टैक्स छूट मिलती है. सेक्शन 80सीसीडी (1बी) के तहत आप एनपीएस में निवेश कर वार्षिक 50,000 रुपये की टैक्स कटौती के हकदार हो सकते हैं. यह 80सी के 1,50,000 लाख रुपये की कर छूट मिलती है.
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इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ELSS)
इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ELSS) भी टैक्स सेविंग के लिहाज से काफी बेहतर विकल्प है. इन स्कीम्स ने पिछले 5 साल के दौरान औसतन 18 फीसदी से ज्यादा रिटर्न दिया है. इसका लॉक-इन पीरियड सिर्फ 3 साल का है, जो बाकी टैक्स सेविंग ऑप्शन्स से कम है. इसमें 1.5 लाख रुपये तक के निवेश पर सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है. इक्विटी फंड की कैटेगरी में आने के कारण साल में 1 लाख रुपये तक के मुनाफे पर टैक्स भी नहीं लगता.
यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (ULIP)
यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (ULIP) का 5 साल का औसतन सालाना रिटर्न 8 फीसदी से ऊपर रहा है. इस योजना का लॉक-इन पीरियड 5 साल का है. ULIP मिलने वाला रिटर्न और मैच्योरिटी पर मिलने वाला अमाउंट सेक्शन 10(10d) के तहत पूरी तरह टैक्स फ्री है. यह लाभ तभी मिलेगा, जब यूलिप प्लान में लाइफ कवरेज सालाना प्रीमियम का कम से कम 10 गुना हो. हालांकि, अगर सालाना प्रीमियम 2.5 लाख रुपये से अधिक है तो आपको रिटर्न पर भी टैक्स देना होगा.
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राष्ट्रीय बचत पत्र
राष्ट्रीय बचत पत्र यानी एनएससी भी सुरक्षित और गारंटीड रिटर्न देने वाली स्कीम है. एनएससी में 1000 रुपए से निवेश की शुरुआत की जा सकती है. इसमें आप कितने भी पैसे लगा सकते हैं. इस पर 7.7 फीसदी के हिसाब से ब्याज दिया जा रहा है. एनएससी में किए गए निवेश पर भी आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है.