RBI MPC Meeting: रिजर्व बैंक की द्विमासिक मोनेटरी पॉलिसी रीव्यू की बैठक कल यानी मंगलवार से शुरू होगी, जिसके नतीजे 8 फरवरी को आएंगे.
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Reserve Bank MPC Meeting: अंतरिम बजट (Interim Budget) के ठीक बाद भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के शॉर्ट टर्म लोन रेट्स (Repo Rate) पर किसी प्रकार के बदलाव की संभावना कम है.
जानकारों की मानना कि केंद्रीय बैंक इस सप्ताह अपनी आगामी द्विमासिक मौद्रिक नीति में नीतिगत रेटों में कोई बदलाव शायद ही करे, क्योंकि रीटेल इन्फ्लेशन अब भी संतोषजनक दायरे के ऊपरी स्तर के करीब है.
रिजर्व बैंक ने लगभग एक साल से शॉर्ट टर्म लोन रेट या रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर स्थिर रखा है. इसे आखिरी बार फरवरी 2023 में 6.25 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत किया गया था.
रीटेल इन्फ्लेशन जुलाई, 2023 में 7.44 प्रतिशत के उच्चस्तर पर थी और उसके बाद इसमें गिरावट आई है. हालांकि, यह अब भी अधिक ही है.
रीटेल इन्फ्लेशन दिसंबर, 2023 में 5.69 प्रतिशत थी. सरकार ने रिजर्व बैंक को इन्फ्लेशन को दो प्रतिशत घट-बढ़ के साथ चार प्रतिशत के दायरे में रखने की जिम्मेदारी सौंपी है.
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RBI गवर्नर की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति (MPC) की तीन दिन की बैठक छह फरवरी को शुरू होगी.
गवर्नर शक्तिकांत दास आठ फरवरी को समिति के फैसले की घोषणा करेंगे.
बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस ने अनुमान जताया कि एमपीसी रेट और रुख, दोनों में यथास्थिति बनाए रखेगी.
उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए है क्योंकि दिसंबर के आंकड़ों के मुताबिक इन्फ्लेशन अब भी ऊंची है और खाद्य पक्ष पर दबाव है.
इक्रा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 में सीपीआई आधारित इन्फ्लेशन कम होने का अनुमान है, हालांकि इसके लिए मानसून का रुख महत्वपूर्ण होगा.
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उनका कहना है कि हमें आगामी समीक्षा में रेट या रुख में कोई बदलाव की उम्मीद नहीं है. अगस्त, 2024 में जाकर ही रेट में कटौती देखी जा सकती है.