खाद्य पदार्थों और सब्जियों के दाम बढ़ने से महंगाई तीन माह के उच्च स्तर 5.5 प्रतिशत पर पहुंच गई है. पिछले साल यानी 2022 के इसी महीने में 5.88% के स्तर पर थी.
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रीटेल इन्फ्लेशन में एक बार फिर तेजी आई है. सब्जी, अनाज समेत खाद्य वस्तुओं के दाम बढ़ने से रीटेल इन्फ्लेशन नवंबर में बढ़कर तीन महीने के उच्चस्तर 5.55% पर पहुंच गयी. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के मंगलवार को जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली.
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) आधारित इन्फ्लेशन अक्टूबर में 4.87% और पिछले साल यानी 2022 के इसी महीने में 5.88% के स्तर पर थी. महंगाई दर अगस्त में 6.83% थी. उस समय से इसमें गिरावट जारी थी.
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर नवंबर महीने में बढ़कर 8.7% रही जो अक्टूबर में 6.61% और पिछले साल नवंबर में 4.67% थी. उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में खाद्य वस्तुओं की हिस्सेदारी करीब 50% है.
मसालों की महंगाई में सालाना आधार पर 21.55% की वृद्धि हुई. इसके अलावा दाल और उसके उत्पादों में 20.23%, सब्जियों में 17.7% और फलों की महंगाई में 10.95% की वृद्धि हुई. अनाज और उसके उत्पादों की इन्फ्लेशन सालाना आधार पर 10.27% रही.
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हालांकि, तेल और वसा के खुदरा दाम में 15% की गिरावट आई.
NSO के आंकड़ों के अनुसार, ग्रामीण क्षेत्रों में इन्फ्लेशन 5.85 % रही, जबकि शहरी केंद्रों में यह 5.26% रही. इससे महंगाई का राष्ट्रीय औसत 5.55% रहा.
भारतीय रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति पर विचार करते समय मुख्य रूप से रीटेल इन्फ्लेशन पर गौर करता है. उसे 2% घट-बढ़ के साथ इसे 4% पर रखने की जिम्मेदारी मिली हुई है.
RBI ने पिछले सप्ताह मौद्रिक नीति समीक्षा में उपभोक्ता इन्फ्लेशन के चालू वित्त वर्ष में 5.4% पर रहने का अनुमान जताया है.
राज्यों में महंगाई ओड़िशा में सबसे ज्यादा 7.65% रही. इसके अलावा, बिहार, गुजरात, हरियाणा, कर्नाटक, पंजाब, तेलंगाना और राजस्थान में इन्फ्लेशन 6% से अधिक रही. वहीं दिल्ली में महंगाई दर सबसे कम 3.1% रही.
इक्रा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि सब्जियों की महंगाई में तेज वृद्धि से खाद्य वस्तुओं और पेय पदार्थों की इन्फ्लेशन बढ़कर 8% हो गयी.
उन्होंने कहा कि मुख्य (कोर) उपभोक्ता इन्फ्लेशन नवंबर, 2023 में 4.2% रही, जो अक्टूबर 2023 में 4.4% थी.
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नायर ने कहा, ‘‘महामारी के बाद यह मुख्य उपभोक्ता इन्फ्लेशन का न्यूनतम स्तर है. मुख्य उपभोक्ता इन्फ्लेशन में लगातार गिरावट सकारात्मक है और इसने पिछले कुछ महीनों में खाद्य इन्फ्लेशन के आंकड़े को संतुलित किया है.’’
एनएसओ ने कीमत आंकड़ें देशभर में 1,114 शहरी बाजारों और 1,181 ग्रामीण क्षेत्रों से एकत्र किये हैं.