किसान आंदोलन का छठा दिन है. किसानों और केंद्र सरकार के बीच चौथे दौर की बैठक होने वाली है. किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा, सरकार ने 23 फसलों के लिए एमएसपी की घोषणा की, लेकिन केवल 2-3 फसलें ही खरीदीं.
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Farmer Protest News: देशभर के किसान अपनी मांगों को पूरा करवाने के लिए 13 फरवरी से आंदोलन कर रहे हैं. ‘दिल्ली चलो’ मार्च के साथ राजधानी से सटी सीमाओं पर मौदूज किसानों में ज्यादातर पंजाब और हरियाणा के किसानों हैं. अलग-अलग बॉर्डर पर उन्हें रोके जाने की कोशिश जारी है. रविवार (18 फरवरी) को किसान आंदोलन का छठा दिन है. आज किसान और केंद्र सरकार में चौथे दौर की बैठक होगी. इससे पहले भी तीन बैठकें हुई, जिनमें कोई नतीजें नहीं निकले.
एमएसपी पर अध्यादेश
चौथे दौर की बैठक से पहले शनिवार (17 फरवरी) को किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने अपनी बात रखी. उन्होंने कहा है कि एमएसपी को लेकर सरकार अध्यादेश लाए.
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय एमएसपी से जुड़ी कानूनी गारंटी समेत किसान संघों की अलग-्अलग मांगों पर जारी बातचीत में केंद्र सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं.
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शंभू बॉर्डर पर छठा दिन
पंजाब किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के महासचिव सरवन सिंह पंधेर कहते हैं, ‘शंभू बॉर्डर पर आज हमारा छठा दिन है. आज हम सरकार से बातचीत भी कर रहे हैं. सरकार ने कुछ समय मांगा है और कहा है कि वे इस मामले पर चर्चा करेगी.’ केंद्रीय मंत्रियों के साथ मिलकर इसका समाधान निकालें.
#WATCH | General Secretary of Punjab Kisan Mazdoor Sangharsh Committee, Sarvan Singh Pandher says, "It is our 6th day at the Shambhu border. Today we are also holding talks with the govt. The govt has asked for some time and said that it will discuss the matter with the union… pic.twitter.com/inIFDToczP
— ANI (@ANI) February 18, 2024
- पिछले तीन दौर की बैठकें बेनतीजा रही हैं.
- दोनों पक्ष अपनी-अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं.
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आगे की बैठक क्यों हैं अहम?
- आज की बैठक का परिणाम किसान आंदोलन के भविष्य को तय करेगा.
- अगर दोनों पक्षों के बीच कोई सहमति नहीं बन पाती है, तो आंदोलन लंबा खिंच सकता है.