Mitsubishi & TVS Mobility: पजेरो और लैंसर का नाम तो आपने सुना ही होगा लेकिन अब यह कारें सड़कों पर ना के बराबर दिखती हैं क्योंकि इन्हें बनाने वाली कंपनी मित्सुबिशी, भारत से जा चुकी है. हालांकि, अब मित्सुबिशी वापस भारत लौट रही है.
Mitsubishi Returning To India: पजेरो और लैंसर का नाम तो आपने सुना ही होगा लेकिन अब यह कारें सड़कों पर ना के बराबर दिखती हैं क्योंकि इन्हें बनाने वाली कंपनी मित्सुबिशी, भारत से जा चुकी है. हालांकि, अब मित्सुबिशी वापस भारत लौट रही है. इसने टीवीएस मोबिलिटी के साथ हाथ मिलाया है. टीवीएस मोबिलिटी में मित्सुबिशी कॉरपोरेशन (एमसी) 300 करोड़ रुपये का निवेश करेगी और इससे टीवीएस मोबिलिटी में करीब 32 परसेंट का स्टेक हासिल करेगी.
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टीवीएस मोबिलिटी की ओर से जारी बयान के अनुसार, इस निवेश का मकसद पैसेंजर कारों, कमर्शियल व्हीकल्स और मैटेरियल हैंडलिंग इक्यूप्मेंट्स (एमएचई) को लेकर दोनों पार्टीज के विजन को आगे बढ़ाना है. बयान के अनुसार, इस कारोबारी मॉडल में अगले तीन से पांच सालों में दो अरब डॉलर का रेवेन्यू हासिल करने का पोटेंशियल होगा.
टीवीएस मोबिलिटी के निदेशक आर दिनेश ने कहा कि ‘‘टीवीएस मोबिलिटी ने भारत में अपने डीलरशिप कारोबार के जरिए व्हीकल मार्केट की सेल्स, सर्विस और डिस्ट्रीब्यूशन में लीडिंग भूमिका निभाई है. एमसी के साथ यह सहयोग टीवीएस को कंप्लीट व्हीकल इकोसिस्टम के लिए सॉल्यूशन देने में सक्षम बनाएगा.’
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मित्सुबिशी कॉरपोरेशन के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (ऑटोमोटिव एंड मोबिलिटी ग्रुप) के शिगेरू वाकाबायाशी ने कहा कि तेजी से बढ़ते भारतीय बाजार में पकड़ बनाने के लिए कंपनी टीवीएस मोबिलिटी समूह के साथ अपने संबंधों को बढ़ा रही है. इसमें बिक्री के बाद सेवा प्रदाता टीवीएस ऑटोमोबाइल सॉल्यूशंस (टीएएसएल) में निवेश भी शामिल है.
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टीवीएस मोबिलिटी पहले से ही भारत में होंडा कारों की डीलरशिप को मैनेज कर रही है. अब ध्यान पूरे देश में जापानी कार ब्रांडों के लिए नेटवर्क का विस्तार करने की ओर है. नई कारों की बिक्री में भारत ग्लोबल लेवल पर तीसरे नंबर पर होने के बावजूद यहां सुजुकी मोटर को छोड़कर जापानी व्हीकल कंपनियों की उपस्थिति सीमित है.
(इनपुट- भाषा)