सिडबी ने कहा कि इस रणनीतिक पहल का उद्देश्य बिहार को स्टार्टअप केंद्र में बदलना और स्टार्टअप को आर्थिक रूप से फलने-फूलने के लिए अनुकूल माहौल बनाना है.
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नई दिल्ली. बिहार में युवा उद्यमियों के लिए खुशखबरी है. दरअसल बिहार स्टार्ट-अप फंड ट्रस्ट, राज्य के उद्योग विभाग और सिडबी ने 50 करोड़ रुपये के बिहार स्टार्टअप स्केल-अप वित्तपोषण कोष (बीएसएसएफएफ) के प्रबंधन के लिए शुक्रवार को एक समझौता किया.
भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) ने बयान में कहा कि इस रणनीतिक पहल का उद्देश्य राज्य को स्टार्टअप केंद्र में बदलना, अर्थव्यवस्था और समाज की जटिल समस्याओं को हल करने के लिए नवाचार पर ध्यान केंद्रित करते हुए स्टार्टअप को आर्थिक रूप से फलने-फूलने के लिए अनुकूल माहौल बनाना है.
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क्या है योजना
इस समझौते पर बिहार सरकार के उद्योग विभाग के निदेशक पंकज दीक्षित और सिडबी के महाप्रबंधक अरिजीत दत्त ने हस्ताक्षर किए. इसमें कहा गया कि बिहार स्टार्ट-अप फंड ट्रस्ट (बीएसएफटी) बिहार सरकार की बिहार स्टार्ट-अप नीति के कार्यान्वयन के लिए बिहार सरकार के उद्योग विभाग द्वारा गठित एक नोडल एजेंसी है. बयान के अनुसार कोष का प्रबंध सिडबी करेगा.
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इसमें कहा गया है कि इस मॉडल में, कोष सीधे स्टार्ट-अप कंपनियों में निवेश नहीं किया जाएगा, बल्कि यह सेबी पंजीकृत वैकल्पिक निवेश कोष में योगदान देगा, जो बदले में स्टार्टअप में निवेश करेगा.