Bharat Highways InvIT IPO : भारत हाइवेज़ इनवेस्टमेंट ट्रस्ट के आईपीओ के लिए आप आज से शुक्रवार तक बोली लगा सकते हैं. निवेश से पहले जरूर जान लीजिए कि क्या ये कंपनी सरकारी है या फिर प्राइवेट? इसका ग्रे-मार्केट प्रीमियम क्या है?
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नई दिल्ली. भारत हाइवेज़ इनवेस्टमेंट ट्रस्ट का आईपीओ (Bharat Highways InvIT IPO) आ चुका है. इसमें निवेशक करने के लिए आज से बोली शुरू हो चुकी है और शुक्रवार (1 मार्च 2024) को बिड डालने का आखिरी दिन होगा. शेयर अलॉटमेंट की अनुमानित तारीख 4 मार्च है और लिस्टिंग संभवत: 6 मार्च को हो सकती है. प्राइस बैंड 98 से 100 रुपये रखा गया है. आपको कम से कम 150 शेयर खरीदने के लिए बिड लगानी होगी, क्योंकि यही इसका लॉट साइज है.
इस कंपनी और इसके आईपीओ के बारे में आप जरूरी जानकारियां ऊपर पढ़ चुके हैं. परंतु निवेशकों के मन में कुछ अहम सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह कंपनी सरकारी है? कंपनी करती क्या है? इसके आईपीओ में पैसा लगाना चाहिए या नहीं. रिटर्न कैसा रह सकता है और फिलहाल इसका ग्रे-मार्केट प्रीमियम (GMP) क्या है? चलिए हम बताते हैं और आपको भी निवेश से पहले इन सभी प्रश्नों के उत्तर प्राप्त कर लेने चाहिए.
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क्या सरकारी कंपनी है भारत हाइवेज़ इनविट?
Bharat Highways InvIT में InvIT का मतलब होता है इनवेस्टमेंट ट्रस्ट. इस तरह इसका पूरा नाम ‘भारत हाइवेज़ इनवेस्टमेंट ट्रस्ट’ है. इस कंपनी के पास उत्तर प्रदेश, गुजरात, पंजाब, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश में 7 हाईवे हैं. इन सभी को एचएएम (हाइब्रिड एनुइटी मॉडल) पर चलाया जाता है. HAM सरकार द्वारा बनाया गया एक ऐसा मॉडल है, जिसके माध्यम से भारत में रोड इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में निवेश लिया जा सकता है.
इन सभी प्रोजेक्ट्स को मैनेज करने के लिए भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) से अनुमति लेनी होती है. सेबी ने इनवेस्टमेंट ट्रस्ट के लिए अलग से रेगुलेशन निर्धारित की है. भारत हाइवेज़ इनविट ने भी सेबी से अनुमति ली है. इसी के आधार पर कंपनी बाजार से पैसा उठाने के लिए आईपीओ ला रही है.
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कैसे होता है इनवेस्टमेंट ट्रस्ट में निवेश
कुछ साल पहले तक यदि आप किसी रोड इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट में निवेश करने की इच्छा रखते थे तो आपको उस कंपनी के शेयर खरीदने होते थे. या फिर ऐसे म्यूचुअल फंड्स में पैसा लगाना होता था, जो इंफ्रा प्रोजेक्ट्स वाली कंपनियों में अपना पैसा लगाते हों. बाद में सरकार ने इनवेस्टमेंट ट्रस्ट का कॉन्सेप्ट रखा. अब निवेशक सीधा इनविट में पैसा लगा सकते हैं, क्योंकि इनविट कंपनियां पूरा पैसा रोड इन्फ्रास्ट्रक्चर मैनेज करने में लगाती हैं.
जहां तक रिटर्न की बात है, माना जाता है कि इनवेस्टमेंट ट्रस्ट कंपनियों के शेयर ज्यादा ऊपर या नीचे नहीं जाते. ये कंपनियां अपनी कमाई पर सभी निवेशकों को एक हिस्सा देती रहती हैं, जिसे कि डिविडेंड कहा जाता है. कई लोग ऐसी कंपनियों में फिक्स्ड इनकम पाने के नजरिये से भी निवेश करते हैं.
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कैसी है भारत हाइवेज़ इनविट की फाइनेंशियल कंडीशन?
31 मार्च 2022 से 31 मार्च 2023 तक, भारत हाईवेज़ इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट का पीएटी (प्रॉफिट अफ्टर टैक्स) 738.34% बढ़ा, जबकि इसका रेवेन्यू 3.92% गिर गया. कंपनी आईपीओ के जरिए बाजार से 2500 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. कंपनी के सीएफओ अमित कुमार सिंह ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा कि ज्यादातर पैसे का इस्तेमाल इन प्रोजेक्ट्स का लोन उतारने में किया जाएगा. फिलहाल लगभग 3500 करोड़ रुपये का लोन है. इस आईपीओ से मिलने वाले पैसे के अलावा बाकी बचा अमाउंट बड़ी कंपनियों से उठाया जाएगा.
आईपीओ वाच के मुताबिक ग्रे-मार्केट में आज (28 फरवरी 2024) को इसका कोई प्रीमियम नहीं है, अथवा शून्य है. ऐसे में यह नहीं माना जा सकता कि लिस्टिंग के दिन कंपनी कोई बहुत अच्छा रिटर्न दे सकती है. हालांकि निवेश से पहले आपको किसी सर्टीफाइड निवेश सलाहकार की राय जरूर ले लेनी चाहिए.