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गाजा में सहायता सामग्री ड्रॉप के दौरान नहीं खुला पैराशूट, पांच की मौत और कई घायल

स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि गाजा में पांच महीने के संघर्ष के दौरान पट्टी में 30,000 से अधिक लोग मारे गए हैं.

फिलिस्तीन के गाजा शहर पर 7 अक्टूबर 2023 के बाद इजरायल की ओर से जवाबी हमले जारी हैं. वहां के लोगों पर सहायता सामग्री पहुंचाने का कोई जरिया नहीं बचा है. फिलहाल वहां पैराशूट एयरड्रॉप कर सहायता सामग्री भेजी जा रही है. लेकिन इस मदद पहुंचाने के तरीके से भी तकनीकी खराबी की वजब से वहां के कई लोगों की जान चली गई.

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नागरिकों समूह पर पैलेट गिर गया

अल जज़ीरा के अनुसार, मानवीय एयरड्रॉप का पैराशूट खुलने में फेल होने के बाद, शुक्रवार को गाजा शहर के शरणार्थी शिविर में भोजन के लिए कतार में खड़े नागरिकों के एक समूह पर एक पैलेट गिर गया, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. शुक्रवार की घटना के बाद, गाजा सरकार के मीडिया कार्यालय ने “बेकार” एयरड्रॉप को “मानवीय सेवा के बजाय आकर्षक प्रचार” बताते हुए निंदा की.

पार्सल नागरिकों के सिर पर गिरे

एक बयान में कहा गया, “हमने पहले चेतावनी दी थी कि यह गाजा पट्टी में नागरिकों के जीवन के लिए खतरा है और आज भी यही हुआ जब पार्सल नागरिकों के सिर पर गिरे.”

संयुक्त राष्ट्र कार्यालय ने पिछले महीने रिपोर्ट दी थी कि गाजा में कम से कम पांच लाख या चार में से एक व्यक्ति को अकाल की आशंका है. कार्यालय ने इज़रायली प्रतिबंधों के बावजूद गाजा में अति-आवश्यक मानवीय सहायता पहुंचाने की कठिनाई की ओर ध्यान आकर्षित किया.

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पट्टी के उत्तरी हिस्से में आपूर्ति ले जाने से रोक

अल जज़ीरा की रिपोर्ट के अनुसार, गाजा में संयुक्त राष्ट्र के मुख्य संगठन, यूएनआरडब्ल्यूए का दावा है कि 23 जनवरी से इजरायली अधिकारियों ने उन्हें पट्टी के उत्तरी हिस्से में आपूर्ति ले जाने से रोक दिया है.संगठन ने सुरक्षा चिंताओं के कारण गाजा में डिलीवरी निलंबित कर दी थी. राहत संगठनों ने भोजन और चिकित्सा आपूर्ति प्रदान करने के महंगे और अप्रभावी तरीकों के रूप में इन प्रयासों की आलोचना की है.

गाजा पट्टी में व्यापक अकाल “लगभग तय”

संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, यदि कुछ नहीं किया गया, तो गाजा पट्टी में व्यापक अकाल “लगभग तय” है. स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि गाजा में पांच महीने के संघर्ष के दौरान पट्टी में 30,000 से अधिक लोग मारे गए हैं.

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क्या हो रहा है अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में

अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) फ़िलिस्तीनी क्षेत्रों पर इज़राइल के 57 साल पुराने कब्जे की वैधता पर ऐतिहासिक सुनवाई शुरू करने की तैयारी कर रहा है. अल जज़ीरा की रिपोर्ट के अनुसार, हेग में एक सप्ताह के लिए निर्धारित, कार्यवाही गाजा में इजरायल के चल रहे सैन्य हमले के साथ मेल खाती है, जिसके परिणामस्वरूप 7 अक्टूबर से 29,000 से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत हो गई है.

इज़राइल के खिलाफ नरसंहार की शिकायत

वर्तमान संघर्ष में कथित उल्लंघनों के लिए दक्षिण अफ्रीका द्वारा इज़राइल के खिलाफ दायर नरसंहार की शिकायत से अलग, ICJ की सुनवाई 1967 से वेस्ट बैंक, गाजा और पूर्वी यरुशलम पर इज़राइल के कब्जे पर केंद्रित है.

अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, इन क्षेत्रों को स्वतंत्र राज्य बनाने की मांग कर रहे फिलिस्तीनियों का तर्क है कि यह कब्ज़ा अंतरराष्ट्रीय कानून के तीन बुनियादी सिद्धांतों का उल्लंघन करता है.

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इज़राइल का गाजा में नरसंहार से इनकार

इज़राइल गाजा में नरसंहार करने से दृढ़ता से इनकार करता है. हालांकि, ICJ ने जनवरी में फैसला सुनाया कि उसके पास इज़राइल के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका के मामले की सुनवाई करने का अधिकार क्षेत्र है, जिसमें इजराइल पर नरसंहार कन्वेंशन का उल्लंघन करने का आरोप है. अदालत ने इज़राइल को गाजा में मौत, विनाश और नरसंहार के किसी भी कृत्य को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करने का आदेश दिया.

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