चीन को सेमीकंडक्टर की दुनिया का बादशाह माना जाता है। चीन दुनिया का सबसे बड़ा चिपसेट मैन्युफैक्चर है। बता दें कि सेमीकंडक्डर हर एक इलेक्ट्रॉनिक गैजेट जैसे मोबाइल टीवी और कार में इस्तेमाल होते हैं।
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उदाहरण के तौर पर अगर चीन इसकी सप्लाई रोक दे, तो पूरी दुनिया में चिपसेट की कमी हो जाएगी। इससे पूरी दुनिया में मोबाइल टीवी, स्पीकर, एसी, कैमरा, माइक जैसे आइटम का प्रोडक्शन रुक जाएगा। ऐसे में इन सभी प्रोडक्ट की कीमत बढ़ने से किसी भी देश की अर्थव्यवस्था पटरी से उतर सकती है।
चीन की बढ़ी मुसीबत
हालांकि अब चीन के इस दबदबे वाले क्षेत्र में भारत ने एंट्री मार दी है। सेमीकंडक्टर एक छोटी चिपसेट होती है, जिसे अब भारत में बनाया जाएगा। पीएम मोदी ने भारत के पहले सेमीकंडक्टर प्लांट की नींव रख दी है। पीएम मोदी ने एक साथ 3 सेमीकंडक्टर प्लांट की आधारशिला रखी है। एक प्लांट असम के मोरिगांव और दो प्लांट को गुजरात के धोलेरा और सानंद में लगाया जाएगा। पीएम मोदी ने इस ऐतिहासिक दिन करार दिया। केंद्रीय संचार और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव की मानें, तो साल दिसंबर 2026 तक मेड इन इंडिया सेमीकंडक्टर चिप बनकर तैयार होने लगेगी। वही 2029 तक भारत टॉप 5 चिपसेट मेकर देशों की लिस्ट में शामिल हो सकता है।
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क्या है सेमीकंडक्टर चिप
यह चिप सिलकॉन से बनी होती है। यह एक ब्रेन की तरह होती है, जो किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को चलाने का काम करती है। इसके बिना कंप्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल, कार, वॉशिंग मशीन, एटीएम नहीं चल सकते हैं।
कैसे काम करती है चिप
सेमीकंडक्टर चिप किसी भी गैजेट में होने वाले ऑटोमिटिक काम को कंट्रोल करती है। जैसे मान लीजिए आपको वॉशिंग मशीन में कपड़े धोने हैं, तो उसके लिए टाइम और मोड सेट करना होगा। चिपसेट इसी टाइम और मोड को सेट ऑपरेट करने का काम करेगा। इसी तरह फोन में अलार्म, नोटिफिकेशन जैसे काम चिपसेट करती है। यह काफी साधारण काम हो गए। साधारण तौर पर समझिए कि चिपसेट के बिना किसी भी गैजेट्क के कल्पना आज के वक्त में नहीं की जा सकती है।
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क्या होगा फायदा
घरेलू स्तर पर सेमीकंडक्टर बनने पर भारत को कई फायदे होंगे। भारत को इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट बनाने के लिए चीन पर निर्भर नहीं रहना होगा। साथ ही इलेक्ट्रॉनिक गैजेट जैसे स्मार्टफोन, टीवी और कार की कीमत में कमी आने की उम्मीद है। इसके अलावा भारत में बड़े पैमाने पर रोजगार पैदा होने का अनुमान है। वही सेमीकंडक्टर का एक्सपोर्ट करके भारत मोटा मुनाफा कमा सकता है।