आजकल ज्यादातर लोग मकान खरीदने के लिए होम लोन (Home Loan) लेते हैं. होम लोन लोगों को काफी सहूलियत मिल जाती है. लोग बैंक से लोन लेकर मकान भी खरीद लेते हैं और लंबे समय तक उस लोन को हर महीने निश्चित किस्त देकर चुकाते रहते हैं.
लेकिन होम लोन लंबी अवधि का कर्ज है, ऐसे में लोन की EMI लंबे समय तक चुकानी पड़ती है. आमतौर पर ये किस्त निश्चित समय पर अकाउंट से खुद ही कट जाती है, लेकिन किस्त समय पर कट सके, इसके लिए अकाउंट में पर्याप्त बैलेंस होना जरूरी होता है.
कई बार नौकरीपेशा सामने एक दिक्कत ये आती है कि अगर उनकी सैलरी समय पर नहीं आई तो अकाउंट में लोन चुकाने के पर्याप्त पैसे नहीं होते. इससे लोन की किस्त बाउंस होती है. ऐसे में उनका क्रेडिट स्कोर तो बिगड़ने का डर रहता ही है, साथ ही लेट पेमेंट पेनल्टी भी देनी होती है. अगर आप भी इस समस्या को फेस करते हैं, तो यहां जानिए वो तरीका, जिससे आप अपनी समस्या को पूरी तरह से दूर कर सकते हैं.
एरियर ईएमआई का विकल्प चुनिए
अगर आप नौकरीपेशा हैं और आपकी सैलरी लेट आने का इश्यू आए दिन बना रहता है, तो आप अपने होम लोन की ईएमआई को चुकाने का तरीका बदल सकते हैं.
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ये तरीका है एरियर ईएमआई (EMI in Arrears). ज्यादातर लोग अपने लोन के लिए एडवांस ईएमआई (Advance EMI) का विकल्प चुनते हैं क्योंकि उन्हें एरियर ईएमआई की जानकारी ही नहीं होती और न ही बैंक उन्हें इसके बारे में बताते हैं. एडवांस ईएमआई में लोन की किस्त की तारीख आमतौर पर महीने की शुरुआत में होती है.
ज्यादातर इसके लिए महीने के पहले सप्ताह की किसी तिथि को चुना जाता है. जानकारी न होने के कारण कर्ज लेने वाले को लगता है कि लोन को महीने की शुरुआती तारीख में ही चुकाया जा सकता है, इसलिए वो उस तिथि में किस्त देने के लिए राजी हो जाता है और कई बार बाद में उसे समस्या झेलनी पड़ती है.
एरियर ईएमआई में क्या होता है?
अगर आपकी सैलरी देर से आती है या किसी अन्य समस्या के चलते आप एडवांस EMI देने में सक्षम नहीं हैं तो आप एरियर EMI का विकल्प चुन सकते हैं. एरियर ईएमआई में आप महीने की आखिर में अपनी किस्त चुकाते हैं. अगर आप एडवांस ईएमआई का विकल्प चुन चुके हैं, लेकिन आपको इसमें चुनी हुई तारीख में ईएमआई देने में समस्या आ रही है, तो जिस बैंक से लोन लिया है, उसकी ब्रांच में जाकर मैनेजर से मिलें और अपनी समस्या बताएं. उनसे अनुरोध करें कि वे आपको एरियर EMI के जरिए किस्त चुकाने का विकल्प दिलवाएं.
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अगर आपकी समस्या वाजिब है और आप मैनेजर को इसके लिए तैयार करने में कामयाब हो गए तो आपकी ये समस्या दूर हो सकती है और आप एरियर ईएमआई का विकल्प चुनकर अपनी किस्त को महीने के आखिर में चुका सकते हैं.