Investment guide for women: बहनो, क्या आपने सिस्टमैटिक डिपॉजिट प्लान (एसडीपी) के बारे में सुना है? आइए आज आपको इससे नफे नुकसान से अवगत करवाती हूं. दरअसल यह एक ऐसा निवेश प्लान है जिसमें आवर्ती जमा (आरडी) की तरह नियमित इन्वेस्टमेंट भी है और एफडी की तरह आरडी के मुकाबले मिलने वाला अधिक ब्याज भी है.
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Systematic Deposit Plan (SDP) pros and cons: निवेश के जरिए हाई रिटर्न हर व्यक्ति कमाना चाहता है. बात जब घरेलू महिलाओं या फिर कंजरवेटिव निवेशक की आती है तो हम कम से कम जोखिम लेकिन निश्चित रिटर्न का रुख करना चाहते हैं. साथ ही हम यह भी चाहते हैं कि इस निवेश के बदले हमें बेहतर रिटर्न मिले. अपने इस मकसद को प्राप्त करने के लिए जरूरी है कि अच्छी रिसर्च की जाए और सही जगह पर हिसाब से पैसा लगाया जाए. निवेश का ऐसा ही एक विकल्प है सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान. जैसा कि नाम से जाहिर है यह व्यवस्थित तरीके से चरणबद्ध निवेश प्लान है.
बजाज फाइनेंस जैसे प्राइवेट सेक्टर इंस्टीट्यूशन के अलावा बैंक ऑफ बड़ौदा जैसे बैंक भी इस नाम से निवेश की सुविधा दे रहे हैं जहां सिस्टमैटिक डिपॉजिट प्लान (एसडीपी) लिया जा सकता है. इस स्कीम के तहत निवेशकों को एकमुश्त निवेश के बजाय मासिक आधार पर निवेश करने की अनुमति है.
एसडीपी आवर्ती जमा और साविधि जमा से इस आधार पर मिलती है कि इसमें इंट्रेस्ट रेट निवेश के समय पर फिक्स हो जाता है. जब आप एसडीपी में निवेश करते हैं तो ब्याज दर बुकिंग के समय तय हो जाएगी. अब इस रेट में बाजार के उतार-चढ़ाव का असर नहीं होगा. यह एफडी में भी है और आरडी में भी मगर जब आप एसडीपी के जरिए निवेश करते हैं तो प्रत्येक मासिक जमा की अपनी ब्याज दर होती है.
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बदले हुए ब्याज दर का लाभ आपको मिलता है यदि दर में इजाफा हुआ है. यदि आप हर 12 महीने निवेश करते हैं, तो आपका रिटर्न हर महीने अलग-अलग होगा. एक साथ बड़ा निवेश करने में दिक्कत है या इतना पैसा एक साथ पास नहीं है तो आप यह रास्ता चुन सकती हैं.
हालांकि इसके कुछ अपने नुकसान भी कहे जा सकते हैं जैसे कि फिक्स्ड डिपॉजिट पर इंटरेस्ट रेट घटा दी गई है और आप इस दौरान पैसा डाल रहे हैं तो आपको उस डिपॉजिट पर कम ब्याज मिलेगा. साथ ही, प्रीमच्योर विदड्रॉल पर आपको जुर्माना देना होगा. बैंक ऑफ बड़ौदा की इस योजना के बारे में जानकारी के लिए आप यहां लॉग इन कर सकते हैं-https://www.bankofbaroda.in/personal-banking/accounts/term-deposit/recurring-deposit/systematic-deposit-plan .
बाजार में मौजूद बजाज फाइनेंस की इस स्कीम की बात करें तो न्यूनतम राशि 5,000 रुपये रखी जा सकती है जबकि अधिकतम राशि 5 करोड़ रुपये है. अलग-अलग अवधि के लिए ब्याज दर अलग-अलग होती है. आप टेन्योर अपने हिसाब से चुन सकते हैं.
उदारण के लिए 12 से 23 महीने के लिए एसडीपी में 6.20% सालाना की दर से ब्याज मिलेगा. ब्याज का भुगतान एक निश्चित अवधि के लिए क्यूमलेटिव बेसिस पर किया जाता है. यानी ब्याज चक्रवृद्धि होगा और इसकी गणना सालाना की जाती है. इस कुल रकम पर टीडीएस कटेगा.