नई दिल्ली. भारत में आजकल डिजिटल पेमेंट बड़ी संख्या में होता है. साथ ही आजकल बैंकिंग ऐप्स के जरिए अकाउंट मैनेज किए जाते हैं और जरूरी ट्रांजैक्शन्स किए जाते हैं. लाखों रुपये के ट्रांजैक्शन्स भी आजकल बैंकिंग ऐप्स से आसानी से हो जाते हैं. हालांकि, इससे साइबर क्राइम का खतरा भी बढ़ा है.
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आए दिन लोगों के साथ ऐसे हादसे होते रहते हैं, जहां उनके अकाउंट से पैसे ऑनलाइन तरीके से लूट लिए जाते हैं. इसी को ध्यान में रखकर सरकार की ओर से एक नंबर जारी किया गया है, जिसे हर नागरिक को मालूम होना चाहिए. ताकी ऐसी किसी स्थिति में उन्हें मदद मिल सके.
आए दिन ऐसे मामले सामने आते रहते हैं जहां लोगों को किसी गलत लिंक पर क्लिक करने या किसी गलत ऐप डाउनलोड करने की वजह से उनके अकाउंट से पैसे दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर हो जाते हैं. अगर आपके साथ कभी ऐसी घटना हो जाए तो घबराएं नहीं केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) द्वारा जारी किए गए एक नंबर पर डायल कर फौरन इसकी सूचना दें.
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इस नंबर पर दर्ज कराएं साइबर अपराधअगर आप कभी साइबर अपराध की घटना का शिकार हो जाएं तो तुरंत 1930 नंबर डायल करें. इस नंबर पर उस नंबर से कॉल करें जिससे आपका UPI ID या बैंक अकाउंट लिंक हो. ये बताया गया नंबर सिटिजन फाइनेंशियल साइबर फ्रॉड रिपोर्टिंग एंड मैनेजमेंट सिस्टम से जुड़ा है.
इस नंबर पर कॉल करने से आपको फ्रॉड से जुड़ी जानकारियां मांगी जाएगी.ध्यान रहे कि यहां आपसे कोई ATM PIN या नेट बैंकिंग जैसी डिटेल नहीं मांगेगा. साथ ही ऐसी संवेदनशील जानकारियां आप किसी शेयर भी न करें. आपसे केवल नाम, पता, फ्रॉड के तरीके और समय जैसी जानकारियां देनी होगी.
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इस नंबर पर कॉल करने के बाद आपकी शिकायत पर तुरंत एक्शन लिया जाएगा और कोशिश की जएगी आपके अकाउंट से निकले पैसे आपको वापस मिल जाएं. ये नंबर MHA का टोल फ्री नंबर है और इस पर कभी भी साइबर अपराध की शिकायत दर्ज कराई जा सकती है.